माता पार्वती के बिना अधूरा है ये व्रत, साथ में तुलसी पूजन से होगा भयंकर नुकसान
हर महीने की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन शिव और शक्ति का मिलन हुआ था।
धर्म डेस्क : शिवरात्रि का त्यौहार भगवान शिव और माता शक्ति के मिलन का त्यौहार है।हर महीने की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। भगवान शिव को समर्पित यह व्रत मोक्ष प्राप्ति के लिए किया जाता है।
कहा जाता है की इस दिन भोलेनाथ की पूजा और व्रत करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। इस रोज भगवान शिव के साथ माता पार्वती की विशेष पूजा की जाती है। माता पार्वती की पूजा के बिना यह व्रत अधूरा माना जाता है। धार्मिक ग्रंथो के अनुसार महादेव ही ऐसे भगवान हैं, जो सिर्फ एक लोटे जल से खुश हो जाते हैं और सब दुखों को दूर कर देते हैं।
मासिक शिवरात्रि उपाय :
वैसे तो भगवान शिव को खुश करने के लिए एक लौटा जल ही काफी है, लेकिन भोलेनाथ के कुछ खास दिन ऐसे हैं। जिनमें विशेष उपाय करने से महादेव जल्दी खुश हो जाते हैं और जीवन के सारे कार्यों को सफल बना देते हैं। अगर आप भी अपने रुके हुए कार्यों को पूरा करना चाहते है तो करें ये उपाय :
मासिक शिवरात्रि के दिन इस उपाय को करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। भोलेनाथ को दही में एक चम्मच शहद मिलाकर भोग लगाएं और उनकी पूजा-अर्चना करें।
अगर किसी बात को लेकर बहुत दिनों से परेशान हैं या कोई चिंता मन ही मन खाती रहती है तो एक कटोरी चावल भगवान शिव के मंदिर में चढ़ाएं, सुकून बना रहेगा।
दुश्मनों को हराने के लिए सुबह की दिनचर्या से फ्री होकर भगवान शिव के मंदिर में घी का दिया जलाएं। अगर मंदिर नहीं जा सकते तो घर में रहकर ही ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
आर्थिक स्थिति में बढ़ोतरी लाने के लिए शिव मंदिर में जाकर पानी में गंगाजल चढ़ाएं और शिवलिंग का अभिषेक करें।
पूजा करते समय इन बातों का रखें ध्यान
- भगवान शिव की पूजा करते समय तुलसी का इस्तेमाल न करें ऐसा करने से भोलेनाथ रुष्ट हो जाते हैं।
- मासिक शिवरात्रि वाले दिन खट्टी चीजों का सेवन करने से परहेज रखना चाहिए।
- इस दिन तामसिक भोजन और शराब से भी दूर रहना चाहिए।