चुनावी साल में स्थाई कर्मचारियों को ऐसे साधेगी सरकार, शिवराज की हरी झंडी का है इंतजार
कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष अशोक पांडे ने कहा कि नियमितीकरण किया जाए और सातवें वेतनमान का एरियर दिया जाए। सातवें वेतनमान की मांग को लेकर 22 मई को कर्मचारी मंच के बैनर तले प्रांतीय सम्मेलन बुलाया गया है।

भोपाल। मध्यप्रदेश का यह चुनावी साल है। ऐसे में राज्य के स्थाई कर्मचारी सरकार से अपनी मांगे मनवाने के लिए लामबंद है। इतना ही नहीं, अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से राजधानी भोपाल आंदोलन भी शुरू कर रखा है। इन सब के बीच स्थाई कर्मचारियों को लेकर एक सुखद खबर सामने आई है। दरअसल सरकार लगभग 48 हजार स्थाई कर्मियों को राज्य सरकार सातवां वेतनमान देने की तैयारी कर रही है। स्थाई कर्मचारियों को यह बड़ी सौगात सीएम शिवराज की हरी झंडी मिलने के बाद मिल जाएगी।
बता दें कि अभी इन्हें छठे वेतनमान का लाभ मिल रहा है, जबकि सभी नियमित कर्मचारी सातवां वेतनमान पा रहे हैं। हालांकि इन स्थाई कर्मचारियों को फिलहाल स्थाई नियमितीकरण का लाभ फिलहाल नहीं मिलने वाला है। वही बढ़े हुए वेतनमान में इससे प्रत्येक कर्मचारियों को 4 से 5 हजार रुपए हर महीने का फायदा होगा। मध्य प्रदेश कर्मचारी संघ ने प्रस्ताव का स्वागत करते हुए सीएम को पत्र सौंपकर मांग की है कि स्थायी कर्मचारियों को नियमित भी किया जाए।
कर्मचारी संघ ने 22 मई को बुलाया प्रांतीय सम्मेलन
कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष अशोक पांडे ने कहा कि नियमितीकरण किया जाए और सातवें वेतनमान का एरियर दिया जाए। सातवें वेतनमान की मांग को लेकर 22 मई को कर्मचारी मंच के बैनर तले प्रांतीय सम्मेलन बुलाया गया है। ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित करने का आदेश दे 2016 में चुका है, लेकिन सरकार ने नियमित करने के बजाए स्थायी कर्मी पद नाम दे दिया था।
न्यायालय की शरण में गए थे स्थाई कर्मी
बता दे 4 विभाग के स्थाई कर्मी सातवें वेतनमान को लेकर न्यायालय की शरण में भी गए थे इनमें से ज्यादातर के मामले में विवि न्यायालय ने सरकार को सातवें वेतनमान का लाभ देने के निर्देश दिए थे। इन मामलों को लेकर एक बैठक भी आयोजित की गई थी। अगर इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिल जाती है तो 15500 वेतन पाने वाले और कुशल को 17500 और 19 हजार 500 रुपये पाने वाले कर्मियों को 4 से 5 हजार महीने का लाभ होगा।
ये है प्रस्ताव
- अकुशल स्थाई कर्मी (चतुर्थ श्रेणी) वेतनमान मूल वेतन महंगाई भत्ता कुल वेतन छठवां : 7000 14840 (212 प्रतिशत) 21,840 सातवां 21,840 8299 (38प्रतिशत) 30,192
- अर्द्धकुशल स्थाई कर्मी (तृतीय श्रेणी) छठवां : 7,500 15,900 (212प्रतिशत) 23,400 सातवां 23,400 8,892 (38प्रतिशत) 32,292
- कुशल स्थाई कर्मी (तृतीय श्रेणी) छठवां : 8000 16,960 (212प्रतिशत) 24,960 सातवां 24,960 9,685 (38प्रतिशत) 34,445