हेल्थ

नारी का साग विटामिन्स और मिनरल्स का है बेहतरीन सोर्स ,डाइट में जरूर करें शामिल

सर्दियों का मौसम साग का मौसम होता है और इस मौसम में आप ने सरसों, मेथी, बथुआ, पालक जैसे साग तो अक्सर ही खाते रहते होंगे लेकिन क्या कभी आपने नारी (Nari) का साग ट्राई किया है? नारी की पत्तियां मुख्य रूप से पानी में उगाई जाती हैं इसलिए नारी के साग को पानी वाला पालक (water spinach) भी कहते हैं। नारी के साग को करमुआ का साग और वॉटर स्पिनेच (Water Spinach) के नाम से भी जाना जाता है। इसे साग के रूप में पकाकर, बेसन के साथ पकौड़ियां बनाकर या सलाद के तौर पर खाया जाता है। कुछ लोग इसका जूस भी पीना पसंद करते हैं। इस बारहमासी पौधे की पत्तियों में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन-ए, सी, आयरन और पानी की उपलब्धता भी होती है, जो बॉडी, स्किन और ब्रेन के लिए एक पावरहाउस की तरह काम करते हैं। अगर आयुर्वेद की मानें तो, ये बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है और शरीर में खून की कमी को दूर करता है। इसके अलावा लिवर से जुड़ी समस्याओं में भी ये बहुत फायदेमंद है। तो, आइए विस्तार से जानते हैं नारी का साग खाने के फायदे (Nari Saag Ke Fayde)

नारी का साग खाने के फायदे-Saag benefits in hindi

डायबिटीज में फायदेमंद
नारी का साग डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है। दरअसल, नारी के साग से निकलने वाला अर्क शुगर कम करने में मदद करता है जिससे डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके अलावा ये ऑक्सीडेटिव तनाव को भी कम करने में मदद करता है और प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज कंटोल करने में भी मददगार है। इसके अलावा नारी के साग में विटामिन ए और सी होता है जो कि शरीर में सोडियम की मात्रा को भी कंट्रोल करता है और ब्लड प्रेशर बैलेंस करने में मदद करता है। इस तरह से डायबिटीज में दिल की बीमारियों के खतरे को भी कम करता है।

खून की कमी दूर करता है
नारी का साग शरीर में खून की कमी को दूर करने में मदद करता है। बता दें कि नारी के साग में काफी मात्रा में आयरन पाया जाता है। जो खून की कमी को दूर करने में मददगार साबित होता है।

कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करता है
नारी का साग कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में भी मददगार है। दरअसल, इसमें बीटा-कैरोटीन की मात्रा ज्यादा होती है। ये पोषक तत्व शरीर में मुक्त कणों को कम करने के लिए एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करते हैं, इस प्रकार कोलेस्ट्रॉल के रूप को ऑक्सीकृत होने से रोकते हैं। दरअसल, ऑक्सीकृत कोलेस्ट्रॉल ब्लड वेसेल्स की दीवारों से चिपक जाता है, जिससे धमनियां ब्लॉक हो सकती हैं। इससे दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा होता है। इसके अलावा, नारी का साग में पाए जाने वाला फोलेट होमोसिस्टीन नामक एक संभावित खतरनाक रसायन को बदलने में मदद करता है, जो दिल का दौरा या स्ट्रोक का कारण बन सकता है। साथ ही इसका मैग्नीशियम ब्लड वेसेल्स को हेल्दी रखता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है और आप दिल की बीमारियों से बचे रहते हैं।

आंखों से जुड़ी बीमार‍ियों में है कारगर
वाटर स्पिनेच में विटामिन ए, कैरोटिनॉयड और ल्यूटिन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जो आंखों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। वाटर स्पिनेच ग्लूटाथियोन के लेवल को भी बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाती है, जो मोतियाबिंद की समस्या को दूर करने में कारगर होती है।

पेट की समस्याओं को दूर करने में प्रभावी
फाइबर से भरपूर वाटर स्पिनेच के सेवन से डायजेशन में आसानी होती है। बदहजमी, कब्ज, अपच और पेट की समस्याओं में इसके सेवन से काफी फायदा मिलता है। वाटर स्पिनेच का साग बनाकर खाने से पेट के कीड़ों की समस्या से न‍िजात मिलती है। इसके अलावा इसकी पत्तियों को उबालकर उसका जूस बनाकर पीने से कब्ज में राहत मिलती है।

लिवर डिटॉक्स करता है
लिवर को समय-समय पर डिटॉक्स करना बेहद जरूरी है। ऐसे में नारी का साग आपकी मदद कर सकता है। नारी का साग खाने से आपके लिवर की गंदगी को अपने आप डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। दरअसल, नारी के साग का एंटीऑक्सीडेंट लिवर के एंजाइम को एक्टिवेट करता है जिससे लिवर को डिटॉक्स करता है। इसलिए लिवर को हेल्दी रखने के लिए नारी का साग फायदेमंद है।

स्किन के लिए फायदेमंद
नारी का साग स्किन के लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें एंटी फंगल गुण होने के साथ एंटी एलर्जिक गुण भी होता है जो कि स्किन की कई बीमारियों से बचाव में मदद करता है। ये एक्ने, सोरायसिस और एक्जिमा को ठीक करने में भी मददगार है। साथ ही इसका एंटी एजिंग गुण चेहरे पर झुर्रियां और फाइन लाइन्स को भी कम करने में मदद करता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button