सर्दियों में तिल के लड्डू खाने के हैं कई फायदे,रहेंगे फिट होंगे ये फायदे
सर्दियों (Winter) के मौसम में शरीर को गर्माहट लाने के लिए रोजाना डाइट में स्वादिष्ट चीजों को जोड़ना चाहिए तिल का इस्तेमाल खास तौर से सर्दी के मौसम में बड़े पैमाने पर होता है । ठंड के मौसम में तिल खाने का अपना ही मजा है।यह शरीर की इम्यूसनिटी बढाता है। लेकिन स्वाद के साथ-साथ तिल सेहत के लिए भी ढेरों फायदों वाला है। सर्दियों में तिल के लड्डू खाने से आपकी बॉडी में गर्माहट तो बनी ही रहेगी साथ ही इम्यूनिटी भी स्ट्रांग होगी और सारे फायदे (Benefits) भी आपकी सेहत को हो सकेंगे. आयुर्वेद के अनुसार, सर्दियों में हमारे शरीर में वात का प्रभाव काफी तेजी से बढ जाता। इसके कारण से जोड़ों में दर्द और मासपेशियों में जकड़न हो जाती है। इस समय अगर आप तिल और गुड के लड्डू खाएंगे तो यह सब चीजें कंट्रोल में रहेंगी।
हड्डियां मजबूत बनती हैं
तिल के लड्डू खाने से हड्डियों को मजबूती मिलती है। इनमें काफी मात्रा में कैल्शियम के गुण होते हैं जो हड्डियों को मजबूती देने में मददगार साबित होते हैं। इसके साथ ही ये लड्डू बोन मिनिरल डेंसिटी को बेहतर बनाने का काम भी करते हैं।
दिमाग की ताकत बढ़ेगी
एक शोध के अनुसार तिल में प्रोटीन, कैल्शिनयम, मिनरल्स, मैगनीशियम, आयरन, और कॉपर समेत कई पोषक तत्व पाए जाते हैं और सर्दियों में तिल का सेवन करने से दिमाग की ताकत बढ़ती है। रोजाना तिल का सेवन करने से याददाश्त कमजोर नहीं होती और बढ़ती उम्र का असर दिमाग पर जल्दी नहीं होता।
हाइपरटेंशन रहेगा दूर
तिल में पाया जाने वाला तेल हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। इससे कार्डियोवस्क्युलर सिस्टम पर तनाव कम होता है और हृदय की कई समस्याओं को रोकने में मदद मिलती है। इसके अलावा, मैग्नीशियम हाइपरटेंशन को कम करने के लिए जाना जाता है और तिल इस जरूरी मिनरल से भरा है और इसके सेवन से शरीर को जरूरी 25 फीसदी मैग्नीशियम मिलता है।
कलेस्ट्रॉल कम करता है तिल
कलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में काला तिल लाभकारी है। इनमें सेसामिन और सेसमोलिन नामक दो पदार्थ होते हैं, जो लिग्नांस नामक फाइबर का समूह होते हैं। लिग्नांस के प्रभाव से कलेस्ट्रॉल कम होता है, क्योंकि वे आहार फाइबर में समृद्ध हैं।
सूजन को कम करते हैं
सर्दियों के मौसम में बहुत लोगों को शरीर में सूजन की दिक्कत भी जो जाती है। इस दिक्कत और दर्द को दूर करने में भी तिल के लड्डू अच्छी भूमिका निभाते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपके शरीर में किसी तरह की सूजन और दर्द न होने पाए, तो इसके लिए आप तिल के लड्डू को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल लेवल मेंटेन रखते हैं
सर्दी के मौसम में हार्ट की दिक्कतें काफी बढ़ने लगती हैं, जिसकी एक वजह कोलेस्ट्रॉल लेवल मेंटेन न रहना भी होता है। तिल के लड्डू खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल मेंटेन रहता है। जिसकी वजह से हार्ट सम्बन्धी दिक्कतें होने का खतरा कम हो जाता है।
कैंसर रोकता है
सफेद तिल के बीज में मौजूद मैग्नीशियम कैंसर रोधी गुणों की पहचान रखता है। तिल में कैंसर रोधी यौगिक फाइटेट भी पाया जाता है। माना जाता है कि शरीर में ट्यूमर के खतरे को ये कम करता है और इस तरह कैंसर से बचाता है।
पाचन के लिए शानदार
तिल के बीजों में मिलनेवाला फाइबर पाचन के लिए मुफीद है। उच्च फाइबर की मात्रा आंत के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करती है और पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे कब्ज को रोकती है।