ज्योतिष

घर का बाथरूम आर्थिक तंगी और घर की अशांति का बन सकता है कारण ,करें ये उपाय

हम भले ही कितने आधुनिक हो जाए लेकिन वास्‍तु शास्‍त्र की अहमियत को कभी नहीं झुठला सकते। खास तौर से घर निर्माण के समय इसका बेहद ध्‍यान रखा जाता है। वास्तु की दृष्टि से न सिर्फ आपका बेडरुम (Bedroom) बल्कि बाथरुम भी बहुत महत्व रखता है। कई बार बाथरूम का वास्तु दोष (Vastu Dosh) आर्थिक तंगी और घर की अशांति का कारण बन सकता है। अगर आप लंबे समय से आर्थिक समस्याओं (Economic Problems) से जूझ रहे हैं और आपके बहुत प्रयास करने के बाद भी हालात बेहतर नहीं हो पा रहे तो आपको अपने बाथरूम पर भी ध्यान देने की जरूरत है यकीनन आपके घर में शौचालय से जुड़ा वास्तु दोष हो सकता है। वास्तु विज्ञान तो यह भी कहता है कि बाथरुम और शौचालय इनसे सबसे अधिक वास्तु दोष का डर रहता है। इसलिए इनके वास्तु का विशेष ध्यान रखना चाहिए । इसलिए घर बनवाते समय बाथरूम के वास्तु का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए-इसलिए इनके वास्तु का विशेष ध्यान रखना चाहिए इसके लिए यह 7 उपाय बहुत ही आसान और कारगर माने जाते हैं।

दरवाजा रखें बंद
आज कल लोग अपने घरों में बाथरूम और टॉयलेट एक साथ अटैच कराते हैं। ऐसे में बाथरूम को इस्‍तेमाल करने के बाद इसका दरवाजा बंद करना न भूलें। वरना इसकी दुर्गंध पूरे घर में फैल जाएगी और इससे नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर जाएगी।

रखें सफाई का ख्‍याल
हमेशाा अपने बाथरूम को साफ रखें। क्‍योंकि इसके गंदा रहने से नकारात्मक ऊर्जा फैलती है। बाथरूम की दुर्गंध, गंदगी को अंदर न रहने दें। इसके अलावा बाथरूम की हवा इसके अंदर न रहे इसलिए बाथरूम में एग्जास्ट फैन जरूर लगवाएं। ताकि बाथरूम की हवा की निकासी बाहर की ओर हो। इससे दुर्गंध के अलावा नकारात्मक ऊर्जा भी बाहर निकल जाएगी।

बेडरूम से लगा हुआ न हो
बेडरूम के साथ लगा हुआ बाथरूम नहीं होना चाहिए । वास्तु के अनुसार यह सही नहीं माना जाता। इसलिए जरूरी है कि घर के बेडरूम और बाथरूम को अलग-अलग बनवाएं. इससे घर की दिक्‍कतें दूर होंगी।

शॉवर हो इस दिशा की ओर
इस बात का पूरा ख्‍याल रखें कि बाथरूम में टब या शॉवर उत्तर दिशा की ओर हों। इनको दक्षिण दिशा की ओर नहीं होना चाहिए। इसे अच्‍छा नहीं माना जाता।

शीशा दरवाजे के पीछे लगवाएं
वहीं वास्तु के अनुसार बाथरूम में शीशा इसके दरवाजे के पीछे लगवाना चाहिए। साथ ही अपने घर की सीढ़ियों के नीचे भी टॉयलेट या बाथरूम न बनवाएं। इसे अच्‍छा नहीं माना जाता।

मुख्य द्वार के सामने न हो बाथरूम
साथ ही घर के मुख्य द्वार के ठीक सामने भी टॉयलेट या बाथरूम न बनवाएं. इन्‍हें शुभ नहीं माना जाता. इससे घर में तंगी रहती है और घर के सदस्‍यों की सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है.

किचन के पास शौचालय का निर्माण वर्जित
शौचालय का निर्माण करने जा रहे हैं इस बात का सदैव ध्यान रखें कि किचन के सामने या सटा हुआ बाथरूम कभी भी ना हो। लेकिन आज जगह की कमी के चलते ये कई बार मुमकिन नहीं होता है। ऐसे में अगर आपको बाथरूम या किचन एक साथ बनाना भी हो तो ईशान कोण में नहीं बनाना चाहिए।

वास्‍तु दोष दूर करने के उपाय

-अगर आप अपने बाथरूम में एक कटोरी में साबूत नमक रखेंगे तो आपके घर के कई वास्तु दोष दूर हो जाएंगे। कटोरी में रखा नमक महीने में एक बार बदल लेना चाहिए। यह आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा को ग्रहण कर लेता है और वातावरण को सकारात्मक बनाता है।

-घर में बेवजह पानी खर्च करने से कई वास्‍तु दोष उत्‍पन्‍न होते हैं। इसलिए अगर कोई नल लगातार टपक रहा है तो इस पर गंभीरता से ध्‍यान दें और तुरंत ठीक कराएं।

-पानी की टंकियों की मरम्मत के साथ नियमित रूप से इसकी साफ-सफाई करवाएं। ऐसा करने पर घर और परिवार के सदस्यों की आर्थिक परेशानियां अपने आप दूर हो जाएंगी।

-यदि बाथरूम का दरवाजा बेडरूम में खुलता हो तो उसे हमेशा बंद रखना चाहिए। बाथरूम के दरवाजे पर पर्दा लगा सकते हैं। बेडरूम और बाथरूम की ऊर्जा का परस्पर आदान-प्रदान हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता।

-इस बात का विशेष यान रखें कि बाथरूम का शीशा दरवाजे के ठीक सामने न हो। दरअसल, जब-जब बाथरूम का दरवाजा खुलता है, तब-तब घर की नकारात्मक ऊर्जा बाथरूम में प्रवेश करती है। ऐसे समय पर अगर दरवाजे के ठीक सामने शीशा होगा तो उससे टकराकर नकारात्मक ऊर्जा पुन: घर में आ जाएगी।

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