हेल्थ

रात में सोने से पहले गुनगुना दूध पीना है फायदेमंद,अच्छी नींद में है सहायक

दूध पीना स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है।  दूध पीने से ताकत मिलती है. ये बात तो हम सभी जानते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं दूध पीने से शरीर को ताजगी मिलती है और आराम भी । आपको बता दें कि दूध में ट्रिप्टोफैन नाम का एमिनो एसिड पाया जाता है। एसिड हमें नींद लाने में मदद करता है। इससे शरीर को आराम मिलता है और नींद भी अच्छी आती है। साइंस से लेकर आयुर्वेद तक के एक्सपर्ट्स सोने से पहले एक ग्लास गर्म दूध (Benefits of warm Milk) पीने की सलाह देते हैं। हाल में की गई एक स्टडी के मुताबिक, दूध पीने से स्ट्रेस को कम करने में मदद मिलती है और ये आपकी स्लीप प्रॉब्लम्स को दूर करने का सबसे कारगर तरीका है।

यह है वैज्ञानिक कारण
दूध में पाया जाने वाला ट्रिप्टोफेन एक अमीनो एसिड है जो प्रोटीन की बायोसिंथेसिस करता है। लेकिन वैज्ञानिकों ने यह भी खोज की है कि दूध में अमीनो एसिड के विखंडन से बनने वाले प्रोटीन के टुकड़े (पेपटाइड्स) केसिन कहलाते हैं। केसिन ट्रिप्टिक हाइड्रोलीसेट (सीटीएच) के कारण स्ट्रेस व तनाव दूर होता है और नींद अच्छी आती है।अमेरिकन केमिकल सोसाइटी के जरनल आफ एग्रीकल्चर एंड फूड केमेस्ट्री में प्रकाशित शोध के अनुसार सीटीएच में पेपटाइड्स की खोज की गई है। इससे संभवतः भविष्य में स्वाभाविक नींद के लिए नए उपचार तलाशे जा सकेंगे।

सेहत के लिए भी अच्छा है रात को गर्म दूध पीना
यूएस सेंटर फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार एक तिहाई अमेरिकी वयस्कों को अनिद्रा की समस्या रहती है। अनिद्रा के इस रोग के लिए अक्सर इन लोगों को चिकित्सक बंजोडियाजेपाइंस और जोल्पीडेम जैसे सेडेटिव लेने को कहते हैं। लेकिन इन दवाओं के साइट इफेक्ट भी हैं। लोगों को इन दवाओं की लत भी लग सकती है। ऐसी कई दवाओं से दिमाग की नसों पर भी बुरा असर पड़ता है। ऐसे में विज्ञानियों का कहना है कि रात में सोने से पहले गुनगुना दूध पीना नासिर्फ अच्छी नींद के लिए अच्छा है बल्कि यह सेहत के लिए भी अच्छा है।

हेल्दी रहने के लिए पिएं दूध
अमेरिका के सीडीएस यानी सेंटर फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) के अनुसार, एक तिहाई अमेरिकी वयस्कों को अनिद्रा (insomnia) की समस्या रहती है। अनिद्रा के इस रोग के लिए अक्सर इन लोगों को डॉक्टर बंजोडियाजेपाइंस (Benzodiazepines) और जोल्पीडेम (Zolpidem) जैसे सेडेटिव (Sedative) लेने को कहते हैं। लेकिन इन दवाओं के साइट इफैक्ट भी हैं। लोगों को इन दवाओं की लत भी लग सकती है। ऐसी कई दवाओं से दिमाग की नसों पर भी बुरा असर पड़ता है। ऐसे में साइंटिस्टों का कहना है कि रात में सोने से पहले गुनगुना दूध पीना ना सिर्फ अच्छी नींद के लिए अच्छा है, बल्कि यह हेल्थ के लिए भी अच्छा है।

रात में दूध पीने के फायदे
अगर आप रात को सोने से पहले दूध पीते हैं तो आपका पेट रात भर भरा रहता है और आपको भूख नहीं लगती है। जिस वजह से रात को भूख से नींद नहीं टूटती और आप आराम से सो पाते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक भी रात को गर्म दूध पीने से माइंड रिलैक्सन रहता है और शरीर की मांसपेशियों में भी आराम मिलता है। जिस वजह से नींद अच्छी आती है।

तनाव को दूर करने में कारगर
दूध में मौजूद पेडिस्टर्स दिमाग पर तनाव और चिंता हावी नहीं होने देते। इसमें पाए जाने वाले प्रोटीन भी काफी फायदेमंद साबित होते हैं। गाय के दूध में केसिन नाम का प्रोटीन पाया जाता है और इसमें टिप्सन एंजाइम की भी अच्छी मात्रा होती है। इससे तनाव को कम करने में मदद मिलती है और अच्छी नींद आती है। गाय के दूध में मिलने वाले इन एंजाइम और प्रोटीन को नींद बढ़ाने वाले पेप्टाइड्स (sleep-enhancing peptides known as CTH) भी कहा जाता है।

डाइजेशन में मददगार
हाल ही में की गई रिसर्च में यह भी सामने आया है कि सोने से पहले गर्म दूध पीने से न केवल नींद आती है, बल्कि इससे पाचन क्रिया भी मजबूत होती है। रिसर्च के मुताबिक, दूध में बायोएक्टिव पेप्टाइड्स पाए जाते हैं. ये पेप्टाइड्स पाचन क्रिया में मदद करते हैं और गैस्टिक एक्टिविटीज को कम करते हैं। दूध में ट्रीप्टोफेन और मेलाटोनिन की भी भरपूर मात्रा होती है, जो पाचन क्रिया के साथ ब्लड फ्लो को बढ़ाने में भी मददगार है। इससे सोते समय दिमाग में पर्याप्त मात्रा में ब्लड फ्लो होता है जिससे दिमाग की नसों से स्ट्रेस कम होता है और आपको अच्छी नींद आती है।

ये लोग न पियें रात में दूध
लैक्‍टो इनटॉलरेंस से पीड़ित लोगों को रात में दूध नहीं पीना चाहिए। इतना ही नहीं, इंसुलिन की समस्‍या से ग्रसित लोगों को भी डॉक्‍टर की सलाह से ही इसका सेवन करना चाहिए। हो सकता है रात को दूध पीने से इंसुलिन का स्तर बढ़ जाए।

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