भोपालमध्यप्रदेश

नाथ पर नरोत्तम का तंज: कहा- चलती बैंकों को बंद कराने वाले आॅक्सीजन बैंक बनाने की बात करते हैं

  • गृहमंत्री ने बोले- हमे दो मोर्चों पर एक साथ लड़ रहे हैं, एक कोरोना से दूसरा भ्रम फैलाने वालों से

भोपाल। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में कोरोना (corona) महामारी के बीच अब राजनीतिक बयानबाजी (Political rhetoric) भी शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former Chief Minister Kamal Nath) के दिए बयान पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि आक्सीजन (Oxygen) और इन्जेक्शन (Injection) का बैंक (Bank) बनाने की बात करने वाले कमलनाथ ने कर्ज माफी के चक्कर में चलती बैंकों को भी घाटे में लाकर बंद होने के कगार पर पहुंचा दिया। अब वे कहते हैं कि वे होते तो आॅक्सीजन और इंजेक्शन बैंक बना देते। चलती बैंकों को तो आप चला नहीं पाए , यदि आप होते तो प्रदेश और जनता का क्या हाल होता ,यह सब जानते हैं।

डॉ. मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ क्या पूरी कांग्रेस ही इस आपदा के समय कोरी बयानबाजी ओर भ्रम फैलाने (Confuse) के अलावा कुछ नही कर रही है। उन्होंने कमलनाथ जी से यह पूछा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार (Congress Government) है , राजस्थान में भी है और महाराष्ट्र में भी है तो वहां क्यों नही उन्होंने यह बैंक बनवा दिए। डॉ. मिश्रा ने कहा कि इस वक्त हम दो मोर्चों पर लड़ाई लड़ रहे हैं। एक जंग कोरोना से और दूसरी आलोचना और भ्रम पैदा करने वाले नाकारा लोगों से ।





JNU के एक प्रोफेसर (Professor) द्वारा यह कहकर की वैक्सीन पर मोदी जी का फोटो है इसलिए वह वैक्सीन नही लगवाएंगे पर डॉ. मिश्रा ने कहा कि सब जानते है कि कोरोना से बचाव का वैक्सीन ही स्थाई उपाय है। यही कारण है कि साजिश के तहत यह सब किया जा रहा है कि लोग वैक्सीन से दूर हो जाय। टुकड़े टुकड़े गैंग के लोग भ्रम फैलाने में सक्रिय है। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर साहब को मोदी जी के फोटो से आपत्ति थी तो उसे हटाकर वैक्सीन लगवा लेते।

दिग्विजय सिंह को हुआ आरएसएस फोबिया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) द्वारा कोरोना आपदा (Corona disaster) में RSS की भूमिका को लेकर दिए बयान पर डॉ. मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह को आरएसएस फोबिया (RSS phobia) हो गया है। एक राष्ट्र भक्त समाज सेवी संघटन के खिलाफ बोलते हुए वे स्वयं को एक्सपोज ()Expose कर रहे हैं और बता रहे हैं कि वह राष्ट्र के सम्मान के विरुद्ध कुछ भी बोल सकते हैं। इस विपदा में आरएसएस के स्वयंसेवक रात- दिन पीड़ितों की सेवा में जुटे है लेकिन दिग्विजय सिंह को यह सब दिखाई नहीं देता क्योंकि उनकी आंखें सिर्फ साम्प्रदायिक चश्मे से देखने की आदी हो गई हैं।बाकी कुछ दिखाई नहीं देता हैं। दिग्विजय सिंह बताए जिस समाज के वो पैरोकार है, उस समाज ने देश में कहीं भी कोविड-19 सेंटर चलाया है क्या। पीड़ितों की मदद करते दिख रहे है क्या? नही दिख रहे हैं लेकिन दिग्विजय सिंह के मुंह से इनके खिलाफ कुछ नही निकेलगा। बस राष्ट्र सेवा करने वाले संगठन ही हमेशा उनके निशाने पर रहता है।

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