बावड़ी कांड में अपनों और गैरों से घिरे सांसद लालवानी, बंगले पर लगा पुलिस का पहरा
घटना के अगले दिन भोपाल जाकर मंच पर बैठे, कांग्रेस ने कोसा
इंदौर। पटेल नगर स्थित बावड़ी की छत धंसने से हुई 36 मौतों के बाद इंदौर के सांसद शंकर लालवानी अपनों और गैरों से घिरते नजर आ रहे हैं। आज उनके बंगले पर भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा क्योंकि युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रदर्शन करने वाले थे।
जहाँ घटना हुई वहाँ बड़े पैमाने पर सिंधी आबादी भी रहती है। जो 36 मौत हुई हैं उनमें सिंधी समाज के के लोग भी बड़ी संख्या में हैं। शंकर लालवानी भी इसी समाज से आते हैं। घटना के अगले दिन (शुक्रवार को) वे भोपाल के आयोजन में पहुँचकर मंच पर बैठे तो यहाँ कांग्रेस ने उन पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस का कहना था कि अपने शहर की इतनी बड़ी घटना के बाद कोई सांसद कैसे हार-फूलों के बीच मंच पर बैठ सकता है। इसे लेकर सिंधी समाज के कतिपय लोगों ने भी अचरज और नाराजगी व्यक्त की। मंदिर ट्रस्ट के जिस अध्यक्ष सेवाराम गलानी पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज हुआ है वो भी भाजपा का पूर्व पार्षद रहा है। लोगों ने यह भी आरोप लगाए हैं कि मंदिर में उसके द्वारा किए जा रहे अवैध निर्माण को भी कतिपय भाजपा नेताओं का संरक्षण था इसीलिए बार-बार शिकायत करने के बावजूद अवैध निर्माण नहीं हटाया गया। नगर निगम ने भी नोटिस देकर फाइल बंद कर दी।
युवक कांग्रेस पहुँची लालवानी के बंगले पर
आज दोपहर युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में लालवानी के बंगले पर पहुँचकर प्रदर्शन किया। वे घटना के लिए कहीं न कहीं लालवानी को भी जिम्मेदार मान रहे थे। प्रदर्शन से पहले ही बंगले और लालवानी की सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। जैसे ही युवक कांग्रेस कार्यकर्ता झंडों-नारों के साथ बंगले की तरफ बड़े पुलिस ने पहले बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रोका और फिर एक-एक कर पुलिस वैन में बैठाकर रवाना कर दिया।