कुल में कलह के बाद झुका विवि, स्कूल ऑफ लॉ की विभागाध्यक्ष डॉ. राकां को हटाया
छात्र-छात्राएं कर रहे थे हटाने की माँग, कर दिया था परीक्षा का बहिष्कार
इंदौर। देवी अहिल्या विवि के स्कूल ऑफ लॉ के छात्र-छात्राओं और विभागाध्यक्ष डॉ. अर्चना राँका के बीच चल रहे विवाद में शुक्रवार दोपहर बड़ा मोड़ आया। कुलपति डॉ. रेणु जैन ने डॉ. राँका को पद से हटाकर नए विभागाध्यक्ष के तौर पर डॉ. विजय बाबू को प्रभार सौंप दिया। इस मामले में कुलपति ने जाँच कमेटी भी बनाई है जो जल्दी ही अपनी रिपोर्ट देगी।
छात्र-छात्राएं बीते कुछ दिनों से विभागाध्यक्ष डॉ. अर्चना राँका को हटाने की माँग कर रहे थे। इनका आरोप था कि विभागाध्यक्ष का व्यवहार ठीक नहीं है। वे बदसलूकी करती हैं और अपशब्दों का इस्तेमाल करती हैं। उन्होंने खेल के इवेंट भी रोक लिए हैं। स्कूल ऑफ लॉ में लंबे समय से मनमानी चल रही है, सप्रमाण शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। डिग्री स्थगित करने और परीक्षा से वंचित करने की धमकी देने के आरोप भी डॉ. राकां पर छात्र-छात्राओं ने लगाए हैं ।
गुरुवार को परीक्षा का बहिष्कार किया था
छात्र-छात्राएं डॉ. रॉका के इतने ज्यादा खिलाफ हो गए थे कि उन्हें हटाने की माँग पर गुरुवार को चार सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने परीक्षा देने से ही इंकार करते हुए परिसर में ही डॉ. रॉका के खिलाफ धरना दिया। सभी स्टीकर लगाए हुए थे जिन पर लिखा था विभागाध्यक्ष इस्तीफा दो। छात्र-छात्राओं के समर्थन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भी कूद गई।
अंततः हटाया
परीक्षा के बहिष्कार के बाद हालात गंभीर होते देख विवि प्रशासन शुक्रवार को हरकत में आया और कुलपति डॉ. रेणु जैन ने विभागाध्यक्ष डॉ. अर्चना राकां को पद से हटाने के आदेश जारी कर दिए।
पहले भी हटाई जा चुकी हैं
डॉ. राकां का कार्यकाल विवादों में रहा है । एक बार पहले भी रिजल्ट में गड़बड़ी करने के आरोप में उन्हें पद से हटाया गया था। तब लंबे समय तक वे इस पद पर नहीं लौट पाईं थीं।