मध्यप्रदेश

गरीबों के राशन वितरण में गड़बड़ी: CM ने मंच से ही इन अधिकारियों को किया निलंबित, कलेक्टर कमिश्नर को दी यह हिदायत

भोपाल। बारिश-ओलावृष्टि से किसानों के नुकसान (farmers’ losses) को देखने निकले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) एक्शन मोड (action mode) में दिखाई दिए। शुक्रवार की तरह ही वह शनिवार को भी ओला प्रभावित क्षेत्र विदिशा के लटेरी (Vidisha’s Lateri), राजगढ़ के छायनगांव (Chhayan Village of Rajgarh) पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों की जानकारी ली। विदिशा के उनारसी कला गांव में ओलावृष्टि से नष्ट हुई फसलों का जायजा लेते हुए सीएम ने किसानों से संवाद किया। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया देते हुए कहा कि ये चुनौती का वक्त है लेकिन हम आपको पार ले जाने की कोशिश करेंगे। सरकार किसान भाई-बहनों के साथ है।

बता दें कि कल शुक्रवार को सीएम ने ओला प्रभावित क्षेत्र अशोक नगर, मुंगावली और पृथ्वीपुर का दौरा किया था। इसके बाद वह आज आज विदिशा और राजगढ़ जिले की तरफ गए थे, वहां उन्होंने गरीब व किसानों के प्रति गड़बड़ी सहन नहीं किए जाने के जिला प्रशासन (district administration) को साफ संकेत दिए। राजगढ़ के कालीपीठ में गरीबों के राशन वितरण (distribution of ration to the poor) को लेकर मिली शिकायतों के आधार पर मुख्यमंत्री ने मंच से ही जिला आपूर्ति अधिकारी एसके वर्मा (District Supply Officer SK Verma) और फूड इंस्पेक्टर खिलचीपुर जसराम जाटव (Food Inspector Khilchipur Jasram Jatav) व सुरेश गुर्जर (Suresh Gurjar) को निलंबित (Suspended) किए जाने के आदेश दिए।

यहीं नहीं सीएम ने कमिश्नर और कलेक्टर (commissioner and collector) आदेश दिया की सस्पेंड का मतलब FIR दर्ज कर गिफ्तारी भी होना चाहिए। गरीब का राशन वितरण में ऐसी गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी गड़बड़ी करने की कोशिश करेगा, उस पर कार्रवाई होगी। भ्रष्टाचार (Corruption) में लिप्त पाए जाने पर एफआईआर दर्ज करके जेल भेजा जाएगा।

सर्वे के दौरान सीएम ने कहा कि गेहूं, सरसों, चना और मसूर की फसल जहां 50% से अधिक खराब हुई है, वहां 30 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से सहायता राशि दी जाएगी। वहीं सीएम ने बताया कि फसल बीमा योजना में इस बार परिवर्तन किया गया है। बहुत दिनों तक क्लेम सेटल नहीं होते इसलिए जो नुकसान हुआ है उसमें बीमित फसल का 25 फीसदी एडवांस बीमा कंपनी को देना पड़ेगा। बाकी 75 प्रतिशत क्लेम सेटल होने के बाद दिया जाएगा।

इसी तरह पशुओं की क्षति हुई है, तो गाय, भैंस की मृत्यु पर 30 हजार रुपये, बैल-भैंसा की मृत्यु पर 25 हजार, बछड़ा-बछिया के 16 हजार और भेड़-बकरी की मृत्यु पर भी 3 हजार रुपए दिए जाएंगे। प्राकृतिक आपदा से तकलीफ को मैं समझ सकता हूं। आपके जीवन में कोई संकट नहीं आने दिया जाएगा। जिन बेटियों की शादियां निर्धारित हैं, वह भी होंगी। सभी गांवों का सर्वे करके हम आपको मदद करेंगे।

किसानों के नुकसान की सूची चस्पा करने के निर्देश
मुख्यमंत्री चौहान ने विदिशा जिले के उनारसी कला गांव में ओला वृष्टि प्रभावित क्षेत्रों के दौैरे के दौरान उन्होंने किसानों से चर्चा भी की। उन्होंने मायूस और रोते किसानों को ढांढस बंधाया और कहा कि उन्हें उनके नुकसान की पूरी भरपाई की जाएगी। विदिशा कलेक्टर ने उन्हें जानकारी दी कि किसानों का करीब साढ़े पांच करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन किया गया है।

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