स्टार्टअप कंपनियां नए भारत का आधार स्तंभ, सुझावों और विचारों को देंगे पूरा समर्थन: मोदी का वादा
नयी दिल्ली। स्टार्टअप (startup) की यह संस्कृति देश के दूरदराज क्षेत्रों तक पहुंचे, इसके लिए 16 जनवरी को अब राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस (National Startup Day) के रूप में मनाने का फैसला किया गया है। यह बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने विभिन्न क्षेत्रों के स्टार्टअप कंपनियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने स्टार्टअप कंपनियों को नए भारत का आधार स्तंभ भी बताया।
दरसअल आजादी का अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) के एक भाग के रूप में, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (DPIIT) द्वारा 10 से 16 जनवरी तक एक सप्ताह चलने वाले कार्यक्रम, ‘सेलिब्रेटिंग इनोवेशन इको-सिस्टम (Celebrating Innovation Eco-system), का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत ही प्रधानमंत्री ने स्टार्टअप कारोबारियों को संबोधित किया।
मोदी ने इस मौके पर कहा, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके सभी सुझावों, विचारों और नवाचारों को सरकार से पूरा समर्थन मिलेगा। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप नए भारत का आधार-स्तंभ बनेंगे और देश भारत के लिए इनोवेशन और भारत से इनोवेशन (innovation) के मंत्र के साथ आगे बढ़ेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के स्टार्टअप खुद को आसानी से दुनिया के दूसरे देशों तक पहुंचा सकते हैं, इसलिए उन्हें अपने सपनों को स्थानीय (लोकल) नहीं, बल्कि वैश्विक (ग्लोबल) बनाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा, वर्ष 2013-14 में जहां चार हजार पेटेंट को स्वीकृति मिली थी, वहीं पिछले वर्ष इनकी संख्या 28 हजार से ज्यादा हो गई। वर्ष 2013-14 में जहां करीब 70 हजार ट्रेडमार्क पंजीकृत हुए थे, वहीं 2020-21 में ढाई लाख से ज्यादा ट्रेडमार्क पंजीकृत किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 2013-14 में जहां सिर्फ चार हजार कॉपीराइट दिए गए थे, वहीं पिछले साल इनकी संख्या बढ़कर 16 हजार के भी पार हो गई है।
उन्होंने कहा कि आज देश में 60,000 से अधिक स्टार्टअप इकाइयां हैं। बीते साल 42 यूनिकॉर्न (एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाली इकाइयां) देश में बने हैं। अब भारत तेजी से यूनिकॉर्न का ‘शतक’ लगाने की ओर बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हज़ारों करोड़ रुपये की ये कंपनियां आत्मनिर्भर होते, आत्मविश्वासी भारत की पहचान हैं। उन्होंने कहा, मैं मानता हूं, भारत के स्टार्टअप का स्वर्णिम काल तो अब शुरू हो रहा है।
पीएम ने कहा कि इनोवशन को लेकर भारत में जो अभियान चल रहा है, उसी का प्रभाव है कि वैश्विक इनोवशन सूचकांक में भी भारत की रैंकिंग में बहुत सुधार आया है। 2015 में इस रैंकिंग में भारत 81वें नंबर पर था। अब इस सूचकांक में भारत 46वें स्थान पर है। मोदी ने कहा, भविष्य की प्रौद्योगिकियों के लिए अनुसंधान और विकास में निवेश सरकार की प्राथमिकता है।