बिना कारकेट गांव में पहुंचे सीएम, एक किमी पैदल चले, बांध में पकड़ी गड़बड़ी, चार अफसर मौके पर ही सस्पेंड
सीएम ने बदला अंदाज, डिंडोरी के गांवों औचक निरीक्षण, आदिवासियोंं से पूछीं समस्याएं, उपसंचालक कृषि व होस्टल अधीक्षक भी निलंबित
BHOPAL. गड़बड़ी और लापरवाही करने वालों के खिलाफ सीएम शिवराज सिंह चौहान का रुद्रावतार अब वर्चुअल के साथ एक्चुअर फॉर्म में भी नजर आने लगा है। वीडियो कांफ्रेंसिंग और मंच से लापरवाह और दागी अधिकारियों पर सीधी कार्रवाई करने के बाद सीएम अब मैदान में भी उतर आए हैं। शनिवार को बिना कारकेट के औचक निरीक्षण पर निकले सीएम ने आदिवासी बहुल डिंडोरी जिले में अपना चॉपर उतरवाया और करीब एक किमी पैदल चलकर बांध तक पहुंच गए। गांव में बांध पर अधिकारियों की क्लास लेते हुए मौके पर ही तीन अफसरों को सस्पेंड कर दिया। इसके साथ ही सीएम ने स्कूल व छात्रावास का भी निरीक्षण किया और वहां भी शिकायत मिलने पर दो अधिकारियों को सीधी कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया।
गैस त्रासदी की 38 वीं बरसी पर राजधानी में भोपाल गैस कांड के मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सीएम चौहान आज औचक दौरे पर निकल पड़े। जबलपुर पहुंचने के बाद अचानक उन्होंने अपना हेलीकॉप्टर डिंडोरी जिले के शहपुरा तहसील मुख्यालय पर उतारने को कहा। यहां से वे पहले तो बिना कारकेट के गांव बिलगड़ा की तरफ निकल गए। बाद में करीब एक किमी पैदल चलते हुए वे बिलगड़ा बांध पहुंचे। यहां सीएम चौहान ने अफसरों की क्लास ली। लोगों से बातचीत की और मौके पर ही जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री जीएस सांड्या, एसडीओ रोहितास नहर और उपयंत्री चौधरी को तत्काल प्रभाव निलंबित करने का आदेश दिया। इस दौरान कलेक्टर विकास मिश्रा, पुलिस अधीक्षक संजय सिंह, एसडीएम काजल जावला भी सीएम के साथ थे।
सीएम को बांध में मिली लापरवाही
सीएम चौहान को बिलगड़ा बांध निर्माण में लापरवाही और गड़बड़ी मिलीं। लोगों ने भी पानी न मिलने की शिकायत मौके पर ही की। सीएम को इस तरह की शिकायत पहले भी मिली थी। इसी के आधार पर वे इस गांव में औचक निरीक्षण पर पहुंचे थे।बांध का निरीक्षण करने के बाद सीएम ने बिलगड़ा हाई स्कूल में विद्यार्थियों व ग्रामीणों से चर्चा की। यहां ग्रामीणों ने उन्हें बांध व नहर के निर्माण में लापरवाही सहित क्षेत्र की समस्याएं बताई। इस पर सीएम ने फोन पर ही अफसरों को सस्पेंड करने के आदेश दिए। गांव के किसानों ने सीएम को बताया कि बारिश के मौसम में बांध ओवरफ्लो होने के कारण उसके खेत और फसल बर्बाद हो गई थी। नहर में सीपेज होने से खेतों में पानी भर गया था।सीएम ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया।
छात्रावास अधीक्षक को किया निलंबित
बांध के बाद सीएम चौहान अफसरों को लेकर बिलगांव के हाईस्कूल में पहुंच गए। उन्होंने दसवीं क्लास के बच्चों से मुलाकात करने के बाद कक्षा में ही उनसे पढ़ाए जाने वाले सामाजिक विज्ञान के बारे में सवाल जवाब किए। उन्होंने प्राथमिक शाला के बच्चों से भी सवाल पूछे और पढ़ाई को लेकर जानकारी ली। साथ ही उन्होंने छात्रावास की भी व्यवस्थाएं देखीं। निरीक्षण के दौरान सीएम को छात्रावास अधीक्षक नदारद मिले तो गंदगी का भी अंबार लगा था। इसके चलते आदिवासी बालक आश्रमशाला बड़झर के छात्रावास अधीक्षक कमलेश कुमार को सस्पेंड करने का आदेश सीएम ने दिया। वहीं बीज वितरण में गड़बड़ी की शिकायत पर सीएम ने कृषि विभाग के उपसंचालक को भी निलंबित करने का आदेश सीएम ने कलेक्टर को दिया है।
सीएम बोले जल्द सुधरेगी सिंचाई व्यवस्था
बांध्, स्कूल और छात्रावास का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से चर्चा में सीएम चौहान ने कहा कि पिछले दिनों वे शहपुरा आये थे तो ग्रामीणों ने बेलगांव में बने बांध का पानी सिंचाई के लिए नहीं मिलने की शिकायत की थी। उन्होंने कहा था कि वे खुद का निरीक्षण करेंगे। इसलिए आज यहां पर निरीक्षण किया और काफी गड़बड़ी पाई है। यहां सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलता और नहरें भी ठीक नहीं हैं। इसी के चलते कार्यपालन यंत्री, एसडीओ, उपयंत्री को सस्पेंड कर दिया है। सीएम ने कहाकि जल्द ही एक टीम आएगी जो पूरे क्षेत्र का दौरा करेगी और सिंचाई के लिए सभी को पानी मिले, इसकी व्यवस्था देखेगी। नहरों को ठीक कराया जाएगा। नुकसान होने की स्थिति में किसानो को राहत देने के उपाय किए जाएंगे। सीएम चौहान ने कलेक्टर मिश्रा से जिले के समस्त छात्रावासों का निरीक्षण कराकर वहां छात्रों को प्राप्त सुविधाओं की रिपोर्ट भेजने और हालात सुधारने को कहा है।
एक दिन पहले चार अफसरों पर गिरी थी गाज
फिल्म नायक के हीरो के समान सीएम चौहान लगातार अपने बदले हुए तेवर दिखा रहे हैं। गत दिवस वे बैतूल जिले के कुंडबकाजन गांव जनसेवा कार्यक्रम में स्वीकृति पत्र वितरण के लिए पहुंचे थे। यहां भी लोगों ने अस्पताल व बिजली को लेकर शिकायत की तो मंच से ही चार अधिकारियों को मंच से सस्पेंड कर दिया था। लोगों के बीच खड़े होकर उन्होंने सीएमएचओ,माइनिंग आफिसर के अलावा बिजली कंपनी के दो यंत्रियों को निलंबित कर दिया था।
पीएचई के चीफ इंजीनियर पर भी गिरी गाज
शनिवार को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंता केके सोनगरिया और पीके मैदमवार को भी पद से हटा दिया गया है। मुख्यमंत्री चौहान ने हाल ही में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा बैठक ली थी। इसमें सीएम ने इन दोनों अधिकारियों को जमकर फटकार लगाइ्र थी। सीएम की नाराजगी के चलते इन दोनों पर गाज गिरना तय माना जा रहा था। शनिवार सुबह जारी आदेश में मुख्य अभियंता सोनगरिया से विभाग के प्रमुख अभियंता का प्रभार वापस ले लिया गया है। उनके स्थान पर मुख्य अभियंता संजय कुमार अंधवान को प्रमुख अभियंता का प्रभार सौंपा गया है। इसके साथ ही मैदमवार मुख्य अभियंता को क्षेत्र से हटाकर विभाग के विधि कार्यालय में पदस्थ किया गया है। सीएम के औचक निरीक्षण के पहले ही यह पीएचई विभाग ने यह आदेश जारी कर दिया था।