गोपनीयता पर खड़े हो रहे सवाल: मतदाता के पास पहुंच रहे रिकॉर्डेड कॉल, पूछ रहे किसको देंगे वोट
भोपाल। किसी भी मतदाता का मत पूरी तरह गोपनीय होता है और यह लोकतंत्र की सबसे बड़ी खासियत होती है। इससे हटकर इन दिनों लोगों के पास रिकॉर्डेड फोन कॉल पहुंच रहे हैं जिसमें उनसे किस पार्टी को वोट देना है इसके बारे में पूछकर उनकी गोपनीयता पर ही सवाल खड़े कर दिया गया है। ये फोन एक-दो के पास नहीं वरन हर चौथे-पांचवें मतदाता के पास पहुंच रहा है।
राजधानी भोपाल सहित प्रदेशभर में इस समय लाखों लोगों के पास ये कॉल पहुंच चुके हैं। आम मतदाताओं के पास पहुंच रहे कॉल पूरी तरह रिकार्डेड होते हैं और इसमें कहा जा रहा कि आप विधानसभा चुनाव में किसे वोट देंगे। खास बात यह है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवारों के बारे में ही पूछा जा रहा है। इन्हें वोट देंगे तो यह नंबर दबाएं और उन्हें वोट देंगे तो यह नंबर दबाएं। अन्य प्रत्याशियों में से किसी के नाम का उल्लेख नहीं करते हुए केवल अन्य प्रत्याशियों को वोट देने पर यह नंबर दबाने को कहा जाता है।
गोपनीयता पर उठ रहे सवाल
रिकार्डेड फोन कॉल से किसी मतदाता को किसे मत दे रहे हैं यह पूछना मतदान की गोपनीयता पर सवाल खड़े करता है। ऐसे कॉल में यदि कोई व्यक्ति कॉल करने वाले के अनुसार अपनी बात रखता है तो उसके मत की गोपनीयता भंग होना निश्चित है।
यह है नियम
कोई भी व्यक्ति या प्रत्याशी किसी मतदाता से यह नहीं पूछ सकता है कि किसे वोट दिया और किसे वोट नहीं दिया। उसके द्वारा दिया गया मत पूरी तरह गोपनीय रहता है। इसलिए तो मतदान केंद्र पर की जाने वाली व्यवस्था ऐसी होती कि गोपनीयता बरकरा
इस तरह भी प्रचार
कुछ राजनीतिक दलों की तरफ से रिकॉर्डेड फोन कॉल भी आ रहे हैं जिनमें पार्टी विशेष की उपलब्धियां और उन्हें वोट देने की बात कही जा रही है। माना जा रहा है कि यह तो प्रचार का हिस्सा है लेकिन मतदाता से पूछना कि किसे वोट देंगे यह गलत है। शहर की महिलाओं को लाड़ली बहना योजना में पात्र होने और उसका लाभ मिलने की बात भी फोन कॉल के जरिये पूछी जा रही है। हालांकि कई मतदाता ऐसे फोन कॉल पर भी देते हैं लेकिन उनकी बात नहीं सुनी जाती। क्योंकि सभी फोन रिकॉर्डिंग के रहते हैं।