क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक में CM के निर्देश: हर एक ब्लॉक में स्थापित किए जाएं कोविड केयर सेंटर
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने आज रविवार को कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona) की चिंता के बीच क्राइसिस मैनेजमेंट (Crisis Management) के साथ वर्चुअली बैठक की। बैठक में जिलों के प्रभारी मंत्री, विधायक और अन्य अधिकारी भी शामिल हुए। इस दौरान सीएम ने जिला, ब्लॉक और पंचायत स्तर तक की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों को तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हर एक ब्लॉक में कोविड केयर सेंटर (covid care center) स्थापित कर लिए जाएं ताकि अस्पतालों में कोरोना मरीजों के अलावा दूसरे मरीजों के इलाज की व्यवस्था भी सुचारू रूप से चलती रहे।
वहीं स्वास्थ्य विभाग के मोहम्मद सुलेमान (Mohammed Suleman) ने प्रिजेंटेशन में कोरोना को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि विदेशों में तेजी से स्थिति बिगड़ रही है। UK में करीब एक लाख 56 हजार नए केस आ चुके हैं। यही स्थिति फ्रांस (France) में भी जहां पहले 50 हजार नए केस नहीं पहुंचे थे, वहां आज डेढ़ लाख से ज्यादा कोरोना नए केस दर्ज किए गए हैं। प्रदेश में भी कोरोना (Corona) के नए केस बढ़ रहे हैं। आज ही 151 नए केस दर्ज किए गए हैं और 608 एक्टिव केस हो गए हैं।
सीएम ने आगे कहा कि मास्क नहीं पहनना सामाजिक अपराध है। पहले जैसे मास्क और दूरी को लेकर काम किया गया था, वैसी ही करें। दुकान और अन्य संस्थाओं में जिस तरह गोले लगाकर और मास्क नहीं तो पेट्रोल पंप (Petrol pump) पर पेट्रोल या दुकान पर सामान नहीं जैसे लोगों ने स्वत: नियम बनाकर लोगों को प्रेरित किया था, वैसा ही काम किया जाए। किशोरों के वैक्सीनेशन ज्यादा से ज्यादा कराने पर जोर दिया।
CM चौहान ने कहा कि तीसरी लहर में विदेशों में तेजी से नए केस बढ़ रहे हैं और हमारे यहां भी ऐसी स्थिति आए तो उसके हिसाब से तैयारियां करें। सभी स्तर की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियां इस तरफ ध्यान दें। कोरोना जांच को लेकर सीएम ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि आज 61 हजार ही जांच हुई है जबकि यह संख्या 75 हजार तक होना चाहिए। सीएम ने कहा कि सरकारी अस्पतालों (government hospitals) में कोरोना के मरीजों को भर्ती करने के लिए जितने बिस्तर हैं, उसके अलावा निजी अस्पतालों के साथ भी अनुबंध किए जाएं।
मगर निजी अस्पतालों में मरीजों का इलाज निर्धारित दरों पर ही हो और वहां कोरोना इलाज के मापदंड के अनुकूल व्यवस्थाएं भी हों, इसका भी ध्यान रखा जाए। साथ ही प्रदेश स्थापित किए गए 204 आॅक्सीजन प्लांटों में से 188 शुरू हुए प्लाटों को लगातार चलाकर उनकी मॉनीटरिंग करते रहें और 16 अन्य प्लांटों को शीघ्र चालू करने के निर्देश दिए।
आठ जिलों में वैक्सीनेशन कम होने पर सीएम हुए नाराज
स्वास्थ्य विभाग के प्रजेंटेशन में बताया गया है कि सीधी, भिंड, मंडला, पन्ना, श्योपुर कलां, देवास, सागर व सिवनी जैसे जिलों में 90 फीसदी भी नहीं पहुंच सके हैं। इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि कम से कम से पांच फीसदी और वैक्सीनेशन करें। अभी प्रथम डोज 95 फीसदी और 91.6 फीसदी द्वितीय डोज लग चुके हैं लेकिन जिन जिलों में 90 फीसदी से कम वैक्सीनेशन हुआ है वे और काम करें।
होम आइसोलेशन वाले मरीजों की हो मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि होम आइसोलेशन की जहां इंतजाम है, वहां वह किया जाए लेकिन जहां व्यवस्था नहीं है, उनके मरीजों को कोविड केयर सेंटर रखा जाए। होम आइसोलेशन वाले मरीजों की मॉनीटरिंग करने के भी निर्देश दिए। साथ ही कहा कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर गंभीरता से काम किया जाए। इसी से परिवार और उनके आसपास के लोगों में कोरोना फैलने से रोका जा सकेगा।
कोविड सेंटर बनाने के स्थान चिन्हित करें
क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में अब आवश्यकता महसूस की रही है कि कोविड सेंटर के लिए भी स्थान चिन्हित कर लिए जाएं। पिछली बार अशासकीय संस्थाओ में अच्छा काम हुआ था तो वह स्थान भी देख लें। कोविड सेंटरों में साफ-सफाई के साथ वहां मरीजों के भोजन की व्यवस्था भी देख लें जिससे उन्हें परेशान नहीं हो।