CWG में शेउली का नया कीर्तिमान: वेटलिफ्टिंग में भारत को दिलाया तीसरा स्वर्ण
नई दिल्ली। इंग्लैंड के बर्मिंघम में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भातीय वेटलिफ्टिंग खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है। इतना ही नहीं, अब तक इन खेलों में भारत को तीन गोल्ड मिल चुके हैं। वेलिफ्टर मीराबाई चानू और जेरेमी लालरिनुंगा के बाद अब 20 वर्षीय अचिंता शेउली ने वेटलिफ्टिंग में भारत को तीसरा गोल्ड दिलाया है। उन्होंने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को दिन का दूसरा और इवेंट का तीसरा स्वर्ण पदक दिलाने में कामयाबी हासिल की।।
अचिंता शेउली ने पुरुष वेटलिफ्टिंग के 73 किलो भारवर्ग में यह गोल्ड मेडल अपने नाम किया। अचिंता ने स्नैच में रिकॉर्ड 143 किलो का वजन उठाया, वहीं क्लीन एंड जर्क में वह 170 किलो का वजन उठाने में सफल रहे। कुल मिलाकर 20 वर्षीय एथलीट ने रिकॉर्ड 313 किलोग्राम का वजन उठाया और गोल्ड जीता। बता दें कि वेटलिफ्टिंग का फाइनल मुकाबला शुरू होने से पहले ही अचिंता को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। उन्होंने 2021 के कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल हासिल किया था। इतना ही नहीं उसी साल जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में शुली ने सिल्वर मेडल जीता था।
कामनवेल्थ गेम्स 2022 की पदक तालिका की बात करें तो इस तालिका में भारत अब छठे स्थान पर पहुंच गया है। भारत से आगे आॅस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और कनाडा है। वहीं, अब तक भारत के लिए पदक जीतने वालों की बात करें तो अचिंता शेउली और जेरेमी लालरिनुंगा से पहले शनिवार को भारत ने चार पदक वेटलिफ्टिंग में ही जीते थे। मीराबाई चानू ने गोल्ड मेडल, जबकि संकेत सरदर और विंद्यारानी देवी ने सिल्वर और गुरुराजा पुजारी ने कांस्य जीता था।
आपको बता दें, अचिंता शेउली ने स्नैच राउंड टॉप पर रहते हुए खत्म किया। उन्होंने पहले प्रयास में 137 किलो, दूसरे प्रयास में 140 किलो और तीसरे प्रयास में 143 किलोग्राम का वजन उठाया। स्नैच राउंड में दूसरे स्थान पर मलेशिया के हिदायत मोहम्मद रहे, जिन्होंने 138 किलोग्राम वजन उठाया था। अचिंता ने स्नैच राउंड में दो बार कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड भी बना दिया, क्योंकि स्नैच राउंड में किसी ने भी 140 किलो भी वजन नहीं उठाया था।
स्नैच राउंड खत्म होने के बाद क्लीन एंड जर्क राउंड में अचिंता शेउली ने पहले ही अटेम्प्ट में 166 किलोग्राम वजन उठाकर लगभग पदक पक्का कर लिया था, जो कि कॉमनवेल्थ गेम्स का रिकॉर्ड भी है। इसके बाद दूसरे प्रयास में उन्होंने 170 ग्राम वजन उठाया। तीसरे प्रयास में भी उन्होंने इतना ही वजन उठाया और कुल 313 किलो वजन उठाकर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया। अचिंत को मलेशिया के हिदायत मोहम्मद से कड़ी टक्कर मिली।
मेडल भाई और कोच को समर्पित
गोल्ड मेडल जीतने के बाद अचिंता शेउली ने कहा, ”मैं बहुत खुश हूं। कई संघर्षों को पार करने के बाद मैंने ये मेडल जीता है। मैं इस मेडल को अपने भाई और कोचों को समर्पित करूंगा। इसके बाद मैं ओलंपिक की तैयारी करूंगा।