PM से कांग्रेस सांसद का सवाल: OBC को क्यो नहीं मिल रहा 27% रिजर्वेशन का लाभ, राहुल को लेकर भी घेरा
ढ़ाई लाख करोड़ का कर्ज आडानी को दिया गया। उसी से व्यापार कर अडानी दुनिया में नम्बर 3 का उद्योगपति बना। फिर अडानी द्वारा बैंको का कोई कर्जा वापस क्यों नहीं किया? कमाई पर कम टैक्स क्यों दिया? इसी तरह कुछ और उद्योगपति हैं।
भोपाल। राजधानी भोपाल के एक दिनी दौरे पर पर आए कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता राममणि पटेल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कई सवाल पूछे हैं। उन्होंने पीएम से पूछा कि ओबीसी, एससी, एसटी के हक अधिकारों का छीना गया स्वाभिमान और सम्मान को अपमानित किया गया। ओबीसी का दर्द दिखाने वाले नरेन्द्र मोदी जी से पूंछना चाहते है कि देश में 52% ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ क्यों नहीं मिल रहा है। लाखों पद रिक्त हैं भरे क्यों नहीं जा रहे हैं। मडंल कमीशन की सिफारिसों को लागू क्यों नहीं किया जा रहा है। जाति आधारित जनगणना ओबीसी की क्यों नहीं की जा रही है। ओबीसी के छात्र-छात्राओं की करोड़ों की छात्र वृत्ति घोटाले की कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है।
वहीं उन्होंने उद्योगपति गौतम अडाणी को लेकर भी पीएम मोदी से सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि ढ़ाई लाख करोड़ का कर्ज आडानी को दिया गया। उसी से व्यापार कर अडानी दुनिया में नम्बर 3 का उद्योगपति बना। फिर अडानी द्वारा बैंको का कोई कर्जा वापस क्यों नहीं किया? कमाई पर कम टैक्स क्यों दिया? इसी तरह कुछ और उद्योगपति हैं। इसके बावजूद मोदी सरकार ने करीब 11 लाख करोड़ का कर्जा माफ कर दिया गया। ऐसा क्यों। जबकि इस देश का अन्नदाता की फसल वर्बाद हो जाती है कर्जा नहीं चुकाता तो उसकी कुर्की हो जाती है, बिजली का बिल न देने पर कनेक्शन काट दिया जाता है। अपनी मांग के लिए प्रदर्शन करता है तो गोलियों से भून दिया जाता है। अन्त में वह आत्म हत्या के लिए मजबूर हो जाता है। लेकिन मोदी सरकार के पास किसानों का कर्जा माफ करने के लिए पैसा नहीं होता है।
ईडी और सीबीआई का दिखाया जा रहा भय
इस देश का नौजवान देश के लोगों की आशा और विश्वास को लेकर गरीबों के पास पहुँचे उनके दु:ख और दर्द को समझने के लिए भारत जोड़ो यात्रा पर निकलता है। उस नौजवान राहुल गांधी को अपार जन समर्थन और प्यार मिलता है। जनता को मोदी सरकार के वादों की याद दिलाता है। सरकार द्वारा नफरत का बाजार खोलने तथा जनतंत्र में किस तरह से विश्वास की आवाज को ईडी सीबीआई का भय दिखाकर दवाने का प्रयास किया जा रहा है। आम जनता के हक अधिकार को किस तरह से छीना जा रहा है। किस तरह से संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। किस तरह से संस्थानों को पूजीपतियों के हांथों बेचा जा रहा है। किस तरह से देश के मेहनत करने वाले 90 प्रतिसत लोगों को गुलाम बनाने का षणयंत्र हो रहा है। इन सभी मुद्दो की जानकारी देकर आम जनता से सच्चाई का साथ देने का आहवान करते हुए यात्रा में बढ़ते जाते हैं। इसी तरह जन समर्थन बढ़ता जाता है।
सच की आवाज दबाने में मोदी की अहम भूमिका
इससे मोदी सरकार भयभीत हो जाती है और बड़े षणयंत्र पुर्वक राहुल गांंधी की लोकसभा की सदस्यता समाप्त करने का ताना वाना बुनकर सच की आवाज को दबाने के षड्यंत्र में मोदी की आहम भूमिका है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि राहुल का अपराध यही है कि यह सच्चाई की लाड़ाई लड़ रहा है। वह अडानी के मामले में सरकार से प्रश्न करता है जानकारी चाहता है। 20 हजार करोड़ रुपए किसका है। यह जानना चाहते हैं। देश की जनता को बताना चाहते हैं। यही अपराध है कि वह किसानों की बात करता है। वेरोजगारों युवाओं की बात करता है ओबीसी के हितों की बात करता है। यह गुनाह है क्या? अगर चोर को चोर कहना ही गुनाह है तो औरो के साथ बयान के आधार पर कार्यवाही क्यों नही?
इन पर क्यों नहीं हुई कार्रवाई
मोदी भी तो चाइना में कहा था कि यह दुर्भाग्य है कि मेरा जन्म भारत जैसे देश में हुआ। क्या रखा है यहां मोदीजी ने कहा था कि सवा सौ साल की बुढ़िया कांग्रेस देश को चलाएगी, अरे वह देश के लिए बोझ है। सोनिया गांधी जी को तो जर्सी गाय तक कहा गया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तो राहुल गांधी को एंटीनेशलिस्ट टूल किट कहा था। योगी ने तो कहा था कि अगर हिन्दू लड़की कोई उठाता है तो हम 100 मुस्लिम लड़कियों को उठा लाएगें और उनका सुद्धीकरण करेगें। वहीं भोपाल की भाजपा सांसद ने कहा था कि विदेशी की औलाद देश का भला नहीं कर सकती। ऐसे बयान देने वाले मोदी के अलावा कई नेता हैं। उन सभी के ऊपर केश क्यों नहीं? उनकी सदस्यता समाप्त करने की कार्यवाही क्यों नहीं?