बारिश में बह गया ‘विकास’, कांग्रेस बोली- खुली भ्रष्टाचार की पोल
भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रिय है। यही वजह है कि बीते हफ्ते भर से कुछ जिलों को छोड़कर राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में लगातार मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। लगातार हो रही बारिश के चलते जहां निचली बस्तियां जलमग्न हो गई हैं तो वहीं मप्र की प्रमुख नदी नर्मदा समेत कई नदियां उफान पर हैं, जबकि बारिश के चलते जलस्तर बढ़ने के कारण राजधानी भोपाल के भदभदा और कलियासोत डैम सहित अनेक स्थानों पर बांध के गेट खोल दिए गए हैं।
वहीं अब भारी बारिश के चलते हाल ही में बने भोपाल-जबलपुर हाईवे पर कलियासोत नदी पर बने पुल की सड़क धंस गई है। यह सड़क 2020 में सीडीएस कंपनी ने बनाई थी। इससे 559 करोड़ रुपये के हाईवे के निर्माण पर सवाल खड़े हो गए है। बताया जा रहा रहै कि सड़क धंसने की मुख्य वजह कलियासोत डैम के गेट खोले जाना। बता दें कि कलियासोत डैम से लगातार दो दिनों से पानी छोड़ा जा रहा है जिसकी वजह पुल का एक हिस्सा ढह गया है। अब इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव ने मप्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मंडीदीप में नेशनल हाइवे-12 पर कलियासोत नदी पर बने पुल का धंसना भाजपा के भ्रष्टाचार तंत्र की कलई खोलता है। भ्रष्टाचार से पुल का निर्माण किया गया। कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खुल गई है।
एमपीआरडीसी के संभागीय प्रबंधक एमएच रिजवी का कहना है कि रविवार दोपहर में ही सड़क पर दरार दिखने पर एक तरफ का रास्ता बंद करा दिया था। रात 11.30 बजे रिटेनिंग वॉल गिरी है। दो साल पहले पुल पर यह सर्विस रोड बनाया गया था। यह पांच साल की वारंटी में है। पुल को कोई नुकसान नहीं हुआ है। बरसात के बाद इसको पूरी तरह भरवा दिया जाएगा।
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 52 जिलों में से आठ जिलों में मूसलाधार बारिश का आरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि 16 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश दर्ज की गई, जिससे नर्मदा, पार्वती बेतवा एवं अन्य नदियों पर बनाये गए 52 प्रमुख बांधों में से 14 बांधों के कुछ गेट खोल कर पानी छोड़ा जा रहा है और नदी के आसपास रहने वाले लोगों को सुरक्षा हेतु सतर्क कर दिया गया है।
यहां हुई इतनी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के रेहटी में सर्वाधिक 27 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि भीमपुर में 19 सेंटीमीटर, हरदा में 15 सेंटीमीटर, चिंचोली, सिवनीमालवा, खातेगांव एवं डोलरिया में 14-14 सेंटीमीटर, सतवास एवं खिरकिया में 13-13 सेंटीमीटर, श्यामपुर, बुधनी एवं कन्नौद में 11-11 सेंटीमीटर, नसरूल्लागंज में 10 सेंटीमीटर और इटारसी में नौ सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।
इन बांधों के गेट खोले गए
मध्य प्रदेश जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता कमलेश रैकवार ने बताया कि प्रदेश की नर्मदा, पार्वती, बेतवा सहित अन्य नदियां उफान पर हैं, लेकिन सभी खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 52 प्रमुख बांधों में से 14 बांधों के आज गेट खोले गए हैं और लबालब हुए इन बांधों से पानी की निकासी की जा रही है। जिन 14 बांधों के गेट खोले गए हैं उनमें ओमकारेश्वर बांध के 18 गेट, इंदिरा सागर बांध के 12, तवा बांध के नौ और राजघाट बांध के आठ गेट शामिल हैं।