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प्रियंका वाड्रा और कांग्रेस की उम्मीदें….

उम्मीद बहुत बड़ा तत्व है। 'आनंद' फिल्म में नायक आखिरी सांसें गिन रहा है। लेकिन दोस्त उसे छोड़कर एक ऐसी दवा की उम्मीद में...

तो क्या अब दाऊद जैसे विकल्प भी खुल जाएंगे कांग्रेस में ?

ये तो गजब हो गया। जो कल तक ' हम लेकर रहेंगे आजादी' का नारा लगा रहे थे, वो अब नाड़ा कसकर उस कांग्रेस...

…ताकि लिखा जाए जब इतिहास कांग्रेस का

जिस समय नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने पंजाब (Punjab) में कांग्रेस अध्यक्ष पद से टेक ऑफ (Take off from the post of...

एक प्राइवेट नौकरी है, एक थी

जो लोग सरकारी सेवाओं (आशय 'सुविधाओं' से है) के निजीकरण (privatization) से घबराते हैं, उनके लिए एक अज्ञात व्यक्ति(या 'कई' भी हो सकते हैं)...

दिग्विजय जी ! विश्वास का उत्तर विष-वास से न देना

'कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी। सदियों रहा है दुश्मन दौरे-जहां हमारा।' यह पंक्ति दिग्विजय सिंह (Digvijay singh) के लिए बेहिचक कही...

कांग्रेस की कहानी ‘ये ठहरा हुआ पानी’

राजनीतिक विज्ञापन (political advertising) उसे प्रायोजित करने वाले के लिए किसी इन्वेस्टमेंट (investment) की तरह होते हैं। इसमें सबसे खास ध्यान इस बात का...

इस तराजू के नीचे कहां की जमीन है मजबूत?

निहितार्थ: देश का हिन्दू (Hindu) या कहे बहुसंख्यक समाज अजीब दोराहे पर है। वह राजनीति की तराजू (scales of politics) पर दो पलड़ों में कभी...

बीरबलों की अपनी-अपनी खिचड़ी

निहितार्थ : पराजय को कुतर्क का चोला पहनाकर ढंकने की कोशिश करना पुराना चलन है। कहते हैं कि अकबर ने कड़ाके की सर्दी में...

जितना खाया मीठा था, जो हाथ न आया खट्टा है

निहितार्थ: कोई भी संगठन या समूह अपने बीच डरपोक लोगों को पसंद नहीं करता है। इसलिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi)...

कमलनाथ को लेकर यह शिगूफेबाजी

निहितार्थ: वैसे तो आज वाली कांग्रेस (Congress) में कुछ भी हो सकता है। यदि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को एक बार फिर पार्टी की...

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