MP सरकार का बजट पेश: मामा ने बहनों पर किया पूरा फोकस, नए कर का भी नहीं रखा प्रस्ताव
बजट में लाड़ली लक्ष्मी योजना के लिए 929 करोड़ रुपये रखे गए हैं। वहीं मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के लिए आठ हजार करोड़ रुपये, महिला स्व-सहायता समूहों के लिए 660 करोड़ रुपये, आहार अनुदान योजना के लिए 300 करोड़ रखे गए हैं। इसी तरह नारी कल्याण के लिए 1.2 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
भोपाल। मध्यप्रदेश की 15वीं विधानसभा का आज बुधवार को सदन में आखिरी बजट पेश हो रहा है। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने सदन में 3.50 लाख करोड़ का बजट पेश किया, जो बीते दो सालों से 50 लाख करोड़ अधिक है। देवड़ा द्वारा सदन में पेश किए गए बजट में सभी वर्गों को आकर्षित करने की कोशिश की गई है। खासकर महिलाओं के लिए मप्र सरकार ने खजाना खोल दिया है। वहीं सरकार के इस बजट में किसी नए कर का प्रस्ताव नहीं रखा गया है।
बजट में लाड़ली लक्ष्मी योजना के लिए 929 करोड़ रुपये रखे गए हैं। वहीं मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के लिए आठ हजार करोड़ रुपये, महिला स्व-सहायता समूहों के लिए 660 करोड़ रुपये, आहार अनुदान योजना के लिए 300 करोड़ रखे गए हैं। इसी तरह नारी कल्याण के लिए 1.2 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि जीडीपी में 16 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हुई है। प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ी है। देश की जीडीपी में मध्यप्रदेश का योगदान भी बढ़ा है। लाडली लक्ष्मी योजना के तहत बच्चियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इस योजना के तहत अब तक 44 लाख से अधिक लाड़लियों को लाभ मिल चुका है।
नई आबकारी नीति से नशे की लत होगी हतोत्साहित
देवड़ा ने कहा कि नई आबकारी नीति के जरिये नशे की लत को हतोत्साहित करने का फैसला किया गया है। बता दें कि बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने अपने घर पर बजट की पूजा की। पूरे परिवार के साथ पूजन करने के बाद मीडिया से रूबरू हुए वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि हर वर्ग के लिए हितैषी बजट होगा, मजा आएगा और सर्व समावेशी होगा। इस बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है।
कांग्रेस के हंगामे के बीच देवड़ा ने पेश किया बजट
वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने सदन में कांग्रेस के हंगामे के बीच बजट 2023-24 पेश किया। पहली बार ई-बजट पेश किया गया। देवड़ा ने कहा कि हमने इस बार नवाचार किया है। अर्थशास्त्रियों और अन्य विशेषज्ञों से विचार आमंत्रित किए थे। चार हजार से अधिक सुझाव मिले थे। उन पर विचार करते हुए हमने बजट बनाया है। इससे पहले मध्यप्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों के विरोध में प्रदर्शन किया।