इंदौर में देर रात 20 मिनट तक चली भयंकर आंधी, मंजर हो गया था कुछ इस तरह
रविवार रात को एक बजे शहर में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली। जिसने कई पेड़ों को जड़ से उखाड़ दिया। शहर के भवानी नगर में एक मकान गिरने गिरने से दो लोग घायल हो गए।
इंदौर। मप्र के कई जिलों में इन दिनों मौसम का मिजाज बदला हुआ है। मौसम के बदले मिजाज का असर मप्र की आर्थिक राजधानी इंदौर में भी देखने को मिला है। यहां पर रविवार की देर रात मौसम ने करवट ली। रात एक बजे तेज हवाएं देखते ही देखते आंधी में बदल गई। इस दौरान मंजर कुछ इस तरह रहा कि शहरवासियों में भय का माहौल पैदा हो गया। ते आंधी से शहर में सैकड़ों पेड़ जड़ से उखड़ गए। 20 मिनट तक चली तेज आंधी के बाद बारिश शुरू हो गई।
बारिश शुरू होते ही शहर के अधिकांश इलाकों में बिजली गुल हो गई जो देर रात तक बंद रही। शहर के कुछ हिस्सों से ओले गिरने की सूचनाएं भी मिलती रही। देर रात बिगड़े मौसम के मिजाज ने शहर वासियों को चिंता में डाल दिया। वहीं लगभग 1 से 2 घंटे तक इसी तरह का डरावना मौसम बना रहा। रविवार रात को एक बजे शहर में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली। जिसने कई पेड़ों को जड़ से उखाड़ दिया। शहर के भवानी नगर में एक मकान गिरने गिरने से दो लोग घायल हो गए। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिम विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव हो रहे है। इस विक्षोभ के कारण सोमवार को भी शहर में तेज हवा और बारिश का अनुमान है।
300 जगह बिजली की लाइनों पर पेड़ गिरे
पश्चिम क्षेत्र विद्युत कंपनी के अफसरों के अनुसार 300 जगह लाइनों पर पेड़ गिरे। शहर में 11 केवी लाइन के 85 फीडरों से बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई। कई इलाकों में सुबह तक बिजली नहीं आई। वहीं नंदा नगर में दत्त हनुमान मंदिर की दीवार हवा के कारण गिर पड़ी। इसके अलावा महेश नगर में दो पेड़ वाहनों पर गिरे। इसके अलावा हीरा नगर,एमआईजी गुरुद्वारा में बड़े पेड़ गिरे। प्रवासी सम्मेलन के दौरान एमआर-10 रोड़ पर लगाए गए कई पेड़ जड़ सहित उखड़ गए। जगजीवन राम नगर में दो मकानों के टीन शेड उड़ गए। बाणगंगा बस्ती में भी कई कच्चे मकानों की चद्दरें उड़ गई।
उज्जैन में आंधी-तूफान से मचा हाहाकार
बता दें कि मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ नजर आ रहा है, जहां आंधी और तूफान चलने की सूची अलग-अलग हिस्सों से नुकसान की जानकारी सामने आ रही है। उज्जैन में रविवार शाम को चली तेजी आंधी की वजह से महाकाल लोक में लगी कई मूर्तियां भी टूट गई हैं। गनीमत रही कि महाकाल लोक देखने आए श्रद्धालुओं को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचा। इस दौरान तो यहां पर तो आंधी-तूफान से हाहाकार की स्थिति पैदा हो गई थी। यहां पर तो आंधी-तूफान के कारण गिरे पेड़ों से तीन लोगों की मौत भी हो गई है।