भाजपा की सेंधमारी : बिहार में वीआईपी पार्टी के 3 विधायक तोड़े, लेकिन एनडीए सरकार सुरक्षित
पटना – चार राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है। इससे पता चलता है कि देश में भारतीय जनता पार्टी का जनाधार लगातार बढ़ रहा है। हालांकि विपक्षी दल भी एकजुट होकर भाजपा को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन उनकी ये कोशिश नाकाफी साबित हो रही है। ऐसा ही कुछ बिहार में भी हुआ है। यहां पर एक बड़ा पॉलिटिकल उलटफेर हुआ है। NDA सरकार में शामिल विकासशील इंसान पार्टी के तीनों विधायक राजू सिंह, स्वर्णा सिंह और मिश्री लाल यादव ने पार्टी छोड़ दी है। इन तीनों विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा को भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में अपना समर्थन पत्र सौंपा। इसके साथ ही अब बिहार विधानसभा में वीआईपी का BJP में विलय हो गया।
NDA सरकार पूरी तरह सुरक्षित
विकासशील इंसान पार्टी के तीन विधायकों के बीजेपी में शामिल होने का सबसे ज्यादा नुकसान वीआईपी के मुकेश सहनी को ही हुआ है। क्योंकि अब तक मुकेश सहनी अपने दल के विधायकों के समर्थन को लेकर NDA की सरकार को धमकी देते थे कि अगर समर्थन वापस ले लेंगे तो सरकार गिर जाएगी। लेकिन अब मुकेश सहनी के तीन विधायक उसे छोड़ चुके है। BJP के इस पासे से वह भौचक्का रह गए हैं। इसके बाद वह कुछ नहीं कर सकेंगे।
127 विधायकों का समर्थन एनडीएक के पास
दरअसल, बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों का समर्थन जरूरी है। अब NDA के पास 127 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इसके अलावा अगर HAM के जीतनराम मांझी और एक निर्दलीय विधायक भी समर्थन वापस ले लेता है तो भी NDA की सरकार पूरी तरह सुरक्षित रहेगी। लेकिन बीजेपी की इस सेंधमारी के कारण वीआईपी के मुकेश को बड़ा झटका लगा है और वे अब मोलभाव या डरना धमकाने की राजनीति नहीं कर सकेंगे।