भाजपा राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री ने पूछा- आदिवासी और निमाड़ की सीटों पर कहाँ चूक हुई थी
इंदौर आए शिवप्रकाश ने आदिवासी क्षेत्र के नेताओं से चर्चा की
इंदौर। आगामी चुनावों के मद्देनजर भाजपा ने सारा फोकस निमाड़ की सीटों पर लगा दिया। खासकर आदिवासी सीटों ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। पिछली बार पार्टी यहीँ बुरी तरह पिछड़ी थी जिसके कारण सरकार बनाने से चूक गई थी।
इसी सिलसिले में भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश रविवार को इंदौर आए। वे रात दीनदयाल भवन में ही रुके और सुबह से बैठक लेना शुरू कर दी। इंदौर के स्थानीय नेताओं को इस बैठक से दूर रखा गया। केवल निमाड़ और आदिवासी इलाकों बड़वानी, झाबुआ और आलीराजपुर जिले के जिला अध्यक्षों, पूर्व अध्यक्षों और जिले के प्रभारी मंत्रियों से ही चर्चा की।
नेताओं से कहा-पिछली बार की गलतियाँ ठीक करना है
जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने नेताओं से निमाड़ और आदिवासी क्षेत्रों की सीटों पर पार्टी की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की। नेताओं से फीडबैक और सुझाव भी लिए। उन्होंने यह जानने की कोशिश भी की कि पिछली बार पार्टी का यहाँ प्रदर्शन कमजोर क्यों रहा था। ये सारे कारण हमें दूर करना है। उन्होंने आदिवासी संगठन जयस की हालत पर भी चर्चा की। जिन नेताओं को बुलवाया गया था उनकी गतिविधियों, क्षेत्र में दौरे और बैठकों के संबंध में भी पूछताछ की। नेताओं से कहा कि 30 मई से 30 जून तक चलने वाले विशेष जनसंपर्क अभियान को गंभीरता से चलाने का संकल्प लिया गया। बैठक में संभागीय प्रभारी राघवेंद्र गौतम, झाबुआ के प्रभारी मंत्री इंदरसिंह परमार, आलीराजपुर जिले के प्रभारी मंत्री राजवर्धनसिंह दत्तीगांव, बड़वानी जिले के प्रभारी मंत्री हरदीपसिंह डंग और जिलों के प्रभारी हरिनारायण यादव, नंदकिशोर पाटीदार, झाबुआ जिला अध्यक्ष भानू भूरिया, आलीराजपुर जिला अध्यक्ष संतोष परवाल और बड़वानी जिला अध्यक्ष ओम सोनी आदि शामिल थे।
निमाड़ में पिछले चुनाव में पार्टी की हालत
-धार जिला-कुल सीटें सात। भाजपा दो, कांग्रेस पाँच।
-खरगोन जिला-कुल सीटें छह।भाजपा शून्य, कांग्रेस पाँच, अन्य एक।
-खंडवा जिला- कुल सीटें चार। भाजपा चार। कांग्रेस शून्य।
बड़वानी जिला-कुल सीटें चार। भाजपा एक, कांग्रेस तीन।
झाबुआ जिला-कुल सीटें तीन। भाजपा एक, कांग्रेस दो।
-बुरहानपुर जिला- कुल सीटें दो। भाजपा एक, अन्य एक।
आलीराजपुर जिला-कुल सीटें दो। भाजपा-कांग्रेस एक-एक।