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5जी की शुरुआत कर पीएम ने खूब कोसा कांग्रेस को, याद दिलाया 2जी स्कैम

नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को दूरसंचार नियामक ट्राई के रजत जयंती के अवसर पर स्वदेश निर्मित 5जी को देश के नाम समर्पित किया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा पीएम ने कहा कि 21वीं सदी के भारत में कनेक्टिविटी देश की प्रगति को निर्धारित करेगा और इस दशक के अंत तक देश में 6जी सेवाएं भी शुरू की जाएगी, इसके लिए भी टास्क फोर्स काम करना शुरू कर चुकी है। उन्होंने कहा ये सुखद संयोग है कि आज इस संस्था ने 25 साल पूरे किए हैं, तब देश आजादी के अमृतकाल में अगले 25 वर्षों के रोडमैप पर काम कर रहा है, नए लक्ष्य तय कर रहा है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार को भी अपने निशाने पर लिया। उन्होंने कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को कहा कि पॉलिसी पैरालिसिस और 2जी स्कैम की वजह से एक दशक बर्बाद हो गया। यह काल यानि निराशा, हताशा, भ्रष्टाचार भरा रहा। लेकिन आज उस कालखंड से बाहर निकलकर देश ने 3जी से 4जी और अब 5जी और 6जी की तरफ तेजी से कदम बढ़ाए हैं। ये बदलाव बहुत सुचारू, पारदर्शिता के साथ हो रहा है और इसमें ट्राई की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के भारत में कनेक्टिविटी, देश की प्रगति की गति को निर्धारित करेगी। इसलिए हर स्तर पर कनेक्टिविटी को आधुनिक बनाना ही होगा। इसकी बुनियाद का काम करेंगे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण, आधुनिक टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल। 5जी टेक्नोलॉजी भी, देश की गवर्नेंस में, जीवनयापन में सुगमता, कारोबारी सुगमता इन अनेक विषयों में सकारात्मक बदलाव लाने वाली है। इससे खेती, स्वास्थ्य, शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक्स, हर सेक्टर में ग्रोथ को बल मिलेगा। इससे सुविधा भी बढ़ेगी और रोजगार के भी नए अवसर बनेंगे। अनुमान है कि आने वाले डेढ़ दशक में 5जी से भारत की अर्थव्यवस्था में 450 अरब डॉलर का योगदान होने वाला है।

यानि ये सिर्फ इंटरनेट की गति ही नहीं, बल्कि प्रगति और रोजगार सृजन की गति को भी बढ़ाने वाला है। इसलिए, 5जी तेजी से शुरू किया जाये। इसके लिए सरकार और इंडस्ट्री, दोनों को पहल करने की जरूरत है। इस दशक के अंत तक हम 6जी सर्विस भी लॉन्च कर पाएं, इसके लिए भी हमारी टास्क फोर्स काम करना शुरू कर चुकी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास है कि टेलीकॉम सेक्टर और 5जी टेक्नोलॉजी में हमारे स्टार्ट अप तेजी से तैयार हों, ग्लोबल चैंपियन बनें। हम अनेक सेक्टरों में दुनिया के एक बड़े डिजाइन पावर हाउस हैं। दूरसंचार उपकरण बाजार में भी भारत के डिजाइन चैंपियन का सामर्थ्य हम सभी जानते हैं। अब इसके लिए जरूरी शोध एवं विकास इंफ्रास्ट्रक्चर और प्रक्रियाओं को आसान बनाने पर हमारा विशेष फोकस है जिसमें आप सबकी भी बहुत बड़ी भूमिका है।

उन्होंने कहा बीते वर्षों में सरकार जिस तरह नई सोच और अप्रोच के साथ काम कर रही है, उससे आप सभी भली-भांति परिचित हैं। पुरानी वाली सोच से आगे निकलकर अब देश सरकार की पूर्ण पहल के साथ आगे बढ़ रहा है। आज हम देश में टेली घनत्व और इंटरनेट उपयोगकर्ता के मामले में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं तो उसमें टेलीकॉम समेत कई सेक्टरों की भूमिका रही है। सबसे बड़ी भूमिका इंटरनेट की है। वर्ष 2014 में जब हम आए तो हमने सबका साथ, सबका विकास और इसके लिए टेक्नॉलॉजी के व्यापक उपयोग को अपनी प्राथमिकता बनाया।ह्व

उन्होंने कहा कि इसके लिए देश के करोड़ों लोग आपस में जोड़ने, सरकार से भी जुड़ने, सरकार की भी सभी इकाइयां चाहे केंद्र हो, राज्य हो, स्थानीय स्वराज संस्थाएं हों, वे भी एक प्रकार से एक आर्गेनिक इकाई बनकर के आगे बढ़ने की जरूरत है। आसानी से कम से कम खर्च में जुड़ें, बिना करप्शन के सरकारी सेवाओं का लाभ ले सकें। इसलिए जनधन, आधार, मोबाइल की ट्रिनिटी को डायरेक्ट गवर्नेंस का माध्यम बनाना तय किया गया। मोबाइल गरीब से गरीब परिवार की भी पहुंच में हो, इसके लिए देश में ही मोबाइल फोन की मैन्युफेक्चरिंग पर बल दिया गया जिसका परिणाम ये हुआ कि मोबाइल मैन्युफेक्चरिंग यूनिट 2 से बढ़कर 200 से अधिक हो गईं। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल फोन मैन्युफेक्चरर है, और जहां देश अपनी जरूरत के लिए फोन इंपोर्ट करता था आज मोबाइल फोन निर्यात के नए रिकॉर्ड बना रहा हैं।

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