मध्यप्रदेश

मिशन नगरोदय से शिवराज ने बदलेंगे मप्र के लोगों की किस्मत, शहरों को भी लैस करेंगे हर सुविधा से: कार्यक्रम में बोले

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार, ‘मिशन नगरोदय’ किया। इस मिशन के तहत उन्होंने 21 हजार 858 करोड़ रुपए के कई कार्यों का शुभारंभ और लोकार्पण किया तथा इसी दौरान एक लाख 65 हजार हितग्राहियों को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत 210 करोड़ रुपये वितरित किए है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा कि कि शहर अवैध कालोनियों की समस्या से भी जूझते हैं। इसके लिए कालोनियों को वैध करने की नीति तैयार की गई है। इन कालोनियों में सड़क और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। इन कालोनियों में वैध रूप से विद्युत कनेक्शन भी प्रदान किए जाएंगे। इसके साथ ही कहा कि भवन अनुज्ञा प्रदान करने का कार्य 30 दिन के स्थान पर 15 दिन में हो रहा है।

सीएम ने आगे कहा कि सिर्फ सीमेंट कांक्रीट से बने भवन ही शहरों की पहचान नहीं हैं, बल्कि मध्यप्रदेश के शहरों को अब इस तरह विकसित किया जाएगा कि देश ही नहीं दुनिया में उनकी अलग पहचान होगी। शहर सुविधायुक्त और सुरक्षित होंगे। शहरों की अधोसंरचना का विकास आवश्यक है। अमीर हो या गरीब, शहर सभी के लिए हैं। भोपाल शहर का मास्टर प्लान शहर के हित में ही तैयार होगा। अन्य स्थानों से नगरों में आने वाले लोगों को दस रुपए में भरपूर भोजन उपलब्ध कराने के लिए दीनदयाल रसोई केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

इसके लिए राज्य सरकार आवश्यक बजट प्रदान करेगी। रैन बसेरों की व्यवस्था को भी बेहतर बनाया जाएगा। बच्चों को नशे की आदतों से बचाकर समझाइश दी जाएगी। उनके लिए बनाए गए आश्रय स्थलों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। प्रत्येक नगर का गौरव दिवस मनाया जा रहा है। प्रदेश के 31 नगरों में गौरव दिवस मनाया गया है। शीघ्र ही भोपाल और इंदौर के गौरव दिवस में भी शहर के इतिहास ,संस्कृति और परम्पराओं पर आधारित कार्यक्रम होंगे। शहरों में आंगनवाड़ियों में खिलौने दान करने का अभियान भी चलेगा। वर्तमान में किसानों और अन्य वर्गों से भी अनाज और अन्य सामग्री आंगनवाड़ी केंद्रो के लिए प्राप्त हो रही है। श्रमिकों के कल्याण के लिए संबल योजना पुन: क्रियान्वित हो रही है।

चौहान ने कहा है कि हमारे शहर ग्रोथ के इंजन हैं। इन्हें सर्वसुविधायुक्त बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहरों के विकास के जो पांच मंत्र दिए हैं, उन पर मध्यप्रदेश तेजी से क्रियान्वयन करेगा। इनमें शहरों को राज्य का चेहरा बनाते हुए नागरिकों के जीवन को आसान बनाएंगे, प्रत्येक नगरवासी को गुणवत्तापूर्ण जीवन, निर्धन वर्ग को असानताओं से मुक्त कर लाभान्वित करने और आत्मसम्मान के साथ जीने की सुविधा देने का मंत्र शामिल है। शहर साफ-सुंदर हों, कोई भूखा न सोए, कोई बेघर और बेरोजगार न हो, कोई अनाथ न हो, गरीबों के अपने पक्के मकान का सपना पूरा हो और शहरों में कोई कुविचारी भी न हों, ऐसी व्यवस्था बनाने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।

स्टार्टअप के लिए आयडियाज पर पूरी मदद
सीएम ने कहा कि गत 26 जनवरी से स्टार्टअप समिट के बाद 750 करोड़ रुपए के निवेश में सफलता मिली है। बच्चों के आयडियाज पर स्टार्टअप प्रारंभ हो रहे हैं। इस क्षेत्र में मध्यप्रदेश अलग कार्य करके दिखाएगा। प्रदेश में शीघ्र ही 2 लाख लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। हर महीने रोजगार दिवस मनाने से यह अवसर युवाओं को मिल रहे हैं। जनवरी से मार्च की तिमाही में करीब 14 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर मिले हैं। स्ट्रीट वेंडर्स को योजना का अधिक से अधिक लाभ दिलवाने का कार्य होगा ताकि उनकी समृद्धि की राह पर चलने की गति बढ़े। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में एक लाख से लेकर 50 लाख तक की ऋण राशि सरकारी गारंटी के साथ देने का प्रावधान है। अधिक से अधिक युवाओं को इसका लाभ दिलवाया जाएगा। जरूरतमंदों को रोजगार और स्वरोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर उपलब्ध करवाने का संकल्प है।

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