जंग के एक महीने पूरे: यूक्रेनी सेना का दावा: मई की इस तारीख तक युद्ध खत्म करना चाहता है रूस
कीव। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज एक महीना हो गया है। 24 फरवरी को शुरू हुआ यह भीषण युद्ध लगातार जारी है जिसके कारण यूक्रेन की स्थिति काफी खराब होती जा रही है। जहां एक ओर हजारों नागरिकों की मौत हो चुकी है, तो वहीं दूसरी तरफ कई यूक्रेनी शहर पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं। हालांकि अमेरिका और नाटो देश लगातार यूक्रेन को हथियार मुहैया करवा रहे हैं, जिससे रूस को भारी नुकसान पहुंचा है, लेकिन रूस की सेना वापस लौटने को तैयार नहीं है। इस बीच यूक्रेनी सेना ने दावा किया है कि मास्को 9 मई तक युद्ध समाप्त करना चाहता है।
कीव इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ के खुफिया सूत्रों ने दावा किया है कि रूसी सैनिकों को बताया जा रहा है कि युद्ध 9 मई तक समाप्त हो जाना चाहिए। इस तारीख को रूस में व्यापक रूप से नाजी जर्मनी पर विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। वहीं यूक्रेन ने मास्को पर अपने हजारों नागरिकों को जबरन रूस ले जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया है कि उनमें से कुछ को बंधकों के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है ताकि कीव को युद्ध छोड़ने के लिए दबाव डाला जा सके।
एसोसिएटेड प्रेस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन की लोकपाल ल्यूडमिला डेनिसोवा ने कहा कि 84000 बच्चों सहित 402,000 लोगों को उनकी इच्छा के विरुद्ध ले जाया गया है। दूसरी ओर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पश्चिमी सहयोगियों ने यूक्रेन के लिए नए प्रतिबंधों और मानवीय सहायता का वादा किया है, लेकिन उनके प्रस्ताव अधिक मजबूत सैन्य सहायता से कम हो गए। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने एक वीडियो में यह अपील की थी।
पोलैंड जाएंगे अमेरिकी राष्ट्रपति
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पश्चिमी सहयोगियों ने यूक्रेन के समर्थन में रूस पर नए प्रतिबंध लगाने और मानवीय सहायता उपलब्ध कराने का वादा किया है। हालांकि, यूक्रेनी राष्ट्रपति ने दावा किया है कि, उन्हें रूस से लड़ाई लड़ने के लिए जितने हथियारों की जरूरत है, उतने हथियार नहीं मिल रहे हैं। एक वीडियो संबोधन में यूक्रेनी राष्ट्रपति ने ज्यादा से ज्यादा हथियार भेजने की अपील की है। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति आज पोलैंड के दौरे पर जाएंगे, जहां वो पोलैंड सरकार को यूक्रेनी शरणार्थियों को समर्थन देने के लिए धन्यवाद देंगे।
बेलारूस ने पश्चिमी देशों के करीब जाने के लिए पोलैंड को दी चेतावनी
बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने आगाह किया है कि यूक्रेन में पश्चिमी शांतिरक्षक बलों (पीसकीपिंग फोर्सेज) को तैनात करने का पोलैंड का प्रस्ताव तीसरा विश्व युद्ध भड़का सकता है। लुकाशेंको ने कहा कि इसका मतलब तीसरा विश्व युद्ध होगा। बेलारूस रूस का सहयोगी है और उसने रूस को यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए अपने क्षेत्र का इस्तेमाल करने की अनुमति दी है। उन्होंने कहा,हालात बेहद गंभीर और तनावपूर्ण हैं।
रूसी सैनिक जानबूझकर खाद्य भंडार को निशाना बना रहे
उत्तरी शहर चेर्नीहिव के एक स्थानीय सरकारी अधिकारी ने कहा है कि आबादी के लिए तबाही सामने है क्योंकि रूसी सैनिक जानबूझकर खाद्य भंडार को निशाना बना रहे हैं। इस हफ्ते एक हवाई हमले में देसना नदी पर बना पुल नष्ट हो गया, जो यूक्रेन-नियंत्रित क्षेत्र से दक्षिण में भोजन और अन्य सहायता लाने के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग था। शहर परिषद के सचिव ओलेक्जेंडर लोमाको ने कहा,इस पुल के जरिए ही मानवीय मदद, दवाइयां और भोजन शहर में आए जाते थे।ह्ण उन्होंने हालांकि दावा किया कि शहर पूरी तरह से यूक्रेनी सैनिकों के कब्जे में है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति की मांग- ईयू जल्द ले शामिल करने पर फैसला
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने नाटो की आपात बैठक को संबोधित करते हुए असीमित सैन्य सहायता मुहैया कराने की अपील की। जेलेंस्की ने नाटो के साथ पहली बैठक की। इसके बाद उन्होंने यूरोपीय संघ से भी जल्द से जल्द यूक्रेन को समूह में शामिल करने की अपील की। जेलेंस्की ने कहा कि ईयू को किसी देश को शामिल करने की प्रक्रिया को तेज करना चाहिए।