सत्ता का संग्राम: वीडी के नामांकन रैली से कांग्रेस पर ऐसे बरसीं केन्द्रीय मंत्री, दिया अमेठी का हवाला, स्मृति ने SP पर भी साधा निशाना
पन्ना। लोकसभा चुनाव को लेकर मध्यप्रदेश की सियासत गरमाने लगी है। दलों ने दिग्गज नेताओं को चुनाव के लिए मैदान में उतार दिया है। हालांकि कांग्रेस के दिग्गजों ने अभी तक चुनाव प्रचार का आगाज भी नहीं किया है। लेकिन भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने चुनाव प्रचार का मोर्चा संभाल लिया है। इसी कड़ी में बुधवार को केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी मप्र के दौरे पर आर्इं। वह खजुराहो से भाजपा प्रत्याशी वीडी शर्मा के नामांकन रैली में शामिल हुर्इं। इसके बाद उन्होंने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान स्मृति ने कांग्रेस और सपा पर तीखा वार किया। सभा के मंच में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, कैबिनेट मंत्री प्रह्लाद पटेल, बीजेपी प्रत्याशी वीडी शर्मा समेत कई अन्य बीजेपी नेता मौजूद रहे।
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस की हार के डर भागने की आदत हो गई है, अगर आप मेरी बात नहीं मान रहे तो अमेठी वालों से पूछ लो। उन्होंने कहा कि मैं जिस क्षेत्र से प्रतिनिध से हूं, जहां भाजपा का पट्टा पहनना मतलब मौत का सामान घर लाना था। यहां पांच दशकों से एक परिवार का राज था। यहां हाथ के साथ साइकिल भी चलती थी। हमने हाथ को साफ किया और साइकिल पंचर की, आज उसी क्षेत्र की बहन आपके क्षेत्र में आई है।
रोज नियत बदलती है तो टिकट बदलना आश्चर्य की बात नहीं
केंद्रीय मंत्री ईरानी ने कांग्रेस की हार के संकेत अभी से मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हार का पहला सकेत यह है कि उन्होंने हमारे प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के सामने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। कांग्रेस की हार का दूसरा संकेत बताते हुए ईरानी ने कहा कि जो लोग विधानसभा चुनाव में एक दूसरे को एक आंख नहीं सुहाते थे, जो आॅफिस से बाहर ढकेले जाते थे। अब उन्हें प्रदेश में एक टिकट दे दिया गया। बाद में मुझे पता चला कि सपा ने अपना टिकट बदल दिया, तो मैंने कहा कि जिनकी रोज नियत बदलती है, उनका टिकट बदलना आश्चर्य की बात नहीं है।
जमाना बुलेट ट्रेन का, फिर भी चलते हैं साइकिल से
केन्द्रीय ने उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये जमाना है वंदेभारत का.. ये साइकिल पर आज भी चलते हैं। ये जमाना है बुलेट ट्रेन का। वो आज भी साइकिल पर चलते हैं और इस विश्वास के साथ मौज लेते हैं कि उनका जो गठबंधन है वो गठबंधन एक-दूसरे की राजनीतिक सत्ता का समर्थन का गठबंधन है। आप जिस गठबंधन, जिस पार्टी से ताल्लुक रखते हैं वो ऐसा जो एक लोकतंत्र की रक्षा करता है।
कांग्रेस ने मैदान छोड़ दिया: मोहन
वहीं इस मौके पर मौजूद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा, मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि भाजपा ने जैसे ही खजुराहो से प्रत्याशी घोषित किया वैसे ही कांग्रेस के लोगों ने मैदान छोड़ दिया और कांग्रेस ने अपनी हार को देखते हुए यह सीट समाजवादी पार्टी के गले में डाल दी। दोनों को ही यहां से प्रत्याशी नहीं मिल रहा है जनता का प्यार बता रहा है कि यहां भाजपा की जीत तय है?
कांग्रेस ने सपा को दी सीट
गौरतलब है कि खजुराहो लोकसभा सीट पर दूसरे चरण, 26 अप्रैल को चुनाव होगा। बीजेपी ने यहां से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन में समझौते के तहत समाजवादी पार्टी के लिए ये सीट छोड़ दी है। सपा ने यहां से पहले डॉ मनोज यादव को टिकट दिया था, लेकिन दो दिन बाद ही उनका टिकट काटकर मीरा यादव को प्रत्याशी बनाया है। बीजेपी से वीडी शर्मा ने आज अपना नामांकन पत्र जमाकर दिया है।