एक दशक के प्रयास का नतीजा: भारत-आस्ट्रेलिया के बीच व्यापार समझौते पर लगी मुहर, जानें क्या बोले मोदी
नई दिल्ली। लगभग एक दशक के प्रयास के बाद आखिरकार भारत और आस्ट्रेलिया के बीच अंतरिम आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते पर शनिवार को मुहर लग गई। वर्चुअल हस्ताक्षर समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इतने कम समय में इतने महत्वपूर्ण समझौते पर सहमति बनना, दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास को दर्शाता है। यह हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत-आॅस्ट्रेलिया स्वाभाविक साझेदार हैं, जो लोकतंत्र, कानून के शासन और पारदर्शिता के साझा मूल्यों से जुड़े हैं।
पीएम मोदी ने कहा, ये रिश्ते भारत-आस्ट्रेलिया मित्रता का महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, ये समझौता हमारे बीच छात्रों, प्रोफेशनल और पर्यटकों का आदान-प्रदान आसान बनाएगा। जिससे ये संबंध और मजबूत होंगे। उन्होंने आगे कहा, हमारी अर्थव्यवस्थाओं के बीच एक-दूसरे की आवश्यकताओं को पूरा करने की बहुत क्षमता है, मुझे विश्वास है कि इस समझौते से हम इन अवसरों का पूरा लाभ उठा पाएंगे। इस समझौते के आधार पर हम साथ मिलकर सप्लाई चेन का लचीलापन बढ़ाने और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की स्थिरता में भी योगदान कर पाएंगे।
मारिसन ने की 28.2 करोड़ के निवेश की घोषणा
दूसरी ओर आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्काट मारिसन ने कहा कि जब से दोनों देशों ने अपनी व्यापक, रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है, हमारे सहयोग की गति और पैमाना उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने इसी के साथ भारत के साथ 28.2 करोड़ के व्यापार समझौते की भी घोषणा की। मोरिसन ने आगे कहा कि यह भारत के साथ उनका सबसे बड़ा आस्ट्रेलियाई सरकार का निवेश है, लेकिन यह आखरी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इस समझौते पर हस्ताक्षर दोनों देशों के आर्थिक संबंधों के वादे को और पक्का करेगा।
जानकारी के अनुसार, दोनों देशों के बीच अंतरिम व्यापार समझौता लागू होने के तुरंत बाद चमड़ा, कपड़ा, आभूषण और मशीनरी उद्योगों के भारतीय निर्यातकों को आॅस्ट्रेलियाई बाजार में शुल्क मुक्त पहुंच प्राप्त होगी। भारत में केंद्रीय मंत्रिमंडल और आॅस्ट्रेलिया में संसद से मंजूरी मिलने के बाद यह समझौता पारस्परिक रूप से सहमत तारीख पर लागू होगा। अंतरिम समझौते के लागू होने के पहले ही दिन भारतीय निर्यातकों के लिए 6,000 से अधिक टैरिफ लाइनें बिना किसी शुल्क पर उपलब्ध होंगी।