हादसे के बाद फिर उमड़े श्रद्धालु, कल ही 27 हजार भक्तों ने मां वैष्णो देवी के किए दर्शन, भगदड़ में गई 12 की जान
नई दिल्ली। वैष्णो देवी मंदिर (Vaishno Devi Temple) में शुक्रवार और शनिवार की मध्य रात्रि मची भगदड़ में 12 लोगों की मौत (12 people died) हो गई थी, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे। अब इस हादसे के बाद रविवार को माता वैष्णो देवी यात्रा को सुचारू रूप से शुरू कर दिया गया है। जिसके बाद आम दिनों की तरह माता के दर्शन के लिए श्रद्धालु लाइन में लगे दिखाई दिए। हालांकि इस पहले कल शनिवार को ही करीब 27000 से अधिक भक्तों (More than 27000 devotees) ने गुफा में जाकर पूजा-अर्चना की। वहीं कल की तुलना में आज बाणगंगा (banganga), अर्धकुंवारी (ardhakunvari) और मुख्य भवन में श्रद्धालुओं की भीड़ अनुशासित दिखी।
सरकार के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा भगदड़ के बाद, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड, जिला प्रशासन, पुलिस और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम द्वारा तुरंत बचाव अभियान शुरू किया गया था। प्रवक्ता ने कहा, यात्रा सुचारू रूप से जारी है, लगभग 27,000 तीर्थयात्रियों ने शनिवार को पवित्र मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Lieutenant Governor Manoj Sinha), जो श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं, सुबह से ही पूरी स्थिति की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं।
उन्होंने सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल (Super-Specialty Hospital), काकरयाल का भी दौरा किया और घायल तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और उनसे बातचीत की। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि सरकार द्वारा पहले से घोषित मृतकों के लिए 10 लाख रुपये और घायलों के लिए 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, कानूनी वारिसों के पक्ष में प्राथमिकता से परेशानी मुक्त तरीके से जारी की जानी चाहिए।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में मची भगदड़ में शनिवार को 12 लोगों की मौत हो गई थी। हादसा भीड़ के बेकाबू होने के कारण हुआ था। घटना में करीब 15 लोग घायल भी हुए थे। जीवित बचे कुछ लोगों ने इस घटना के लिए कुप्रबंधन को दोषी ठहराया है। पुलिस ने बताया कि अधिकतर मौतें दम घुटने से हुई हैं। मृतकों में सात उत्तर प्रदेश के, तीन दिल्ली के और एक-एक हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के थे।
इस बीच, घटना की जांच के लिए गठित जांच समिति के सदस्यों ने भवन में घटना स्थल का दौरा किया और मामले का जायजा लिया। प्रवक्ता ने बताया कि अधिकारियों ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी एसएमवीडीएसबी, उपायुक्त रियासी, एसपी कटरा, कमांडिंग आफिसर सीआरपीएफ, अनुमंडल दंडाधिकारी भवन और अन्य अधिकारियों से बातचीत की और वीडियो फुटेज की भी जांच की। उन्होंने कहा कि समिति ने उल्लेख किया है कि और डीटेल मांगा जा रहा है जिसके बाद कोई निर्णायक निष्कर्ष निकाला जा सकता है।