आलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी ने क्रिकेट के इन हिस्सों से लिया संन्यास
सैंतीस वर्षीय बिन्नी ने अपने करियर की शुरुआत अपने राज्य कर्नाटक (Karnataka) की तरफ से की। उन्होंने भारत की तरफ से छह टेस्ट, 14 वनडे और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लिया। उनके पिता रोजर बिन्नी (Roger Binny) भी भारत की तरफ से खेलते थे।
बिन्नी ने बयान में कहा, ‘‘मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि मैंने प्रथम श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने से मुझे बहुत खुशी मिली और मुझे इस पर गर्व है।’’
बिन्नी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक रन नहीं बनाये लेकिन उन्होंने बांग्लादेश (Bangladesh) के खिलाफ जून 2014 में ढाका (Dhaka) में खेले गये वनडे मैच में केवल चार रन देकर छह विकेट लिये थे।
यह भारत की तरफ से वनडे में अब भी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है। उन्होंने अनिल कुंबले का रिकार्ड तोड़ा था जिन्होंने 1993 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 12 रन देकर छह विकेट लिये थे।
बिन्नी को 95 प्रथम श्रेणी मैचों में खेलने का अनुभव भी है। पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें कुछ टेस्ट मैचों में भी आजमाया लेकिन उन्हें विशेष सफलता नहीं मिली।
इंग्लैंड (England) के खिलाफ जुलाई 2014 में अपने पदार्पण टेस्ट मैच में उन्होंने 78 रन बनाये। यह छह टेस्ट मैचों में उनका एकमात्र अर्धशतक है।
वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ 2016 में एक टी20 मैच में एक ओवर में 31 रन लुटाने से उनका अंतरराष्ट्रीय करियर (International Carrier) भी समाप्त हो गया।
बिन्नी ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड, विभिन्न टीमों, साथी खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने एक खिलाड़ी के रूप में आगे बढ़ने में उनकी मदद की।