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तीन दिनी विदेश यात्रा पर देर रात रवाना हुए मोदी: यूक्रेन संकट पर भारत का रुख स्पष्ट कर इन मुद्दों पर करेंगे विस्तृत चर्चा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) साल 2022 में तीन देशों जर्मनी (Germany), डेनमार्क  (Denmark) और फ्रांस (France) की अपनी पहली विदेश यात्रा (foreign travel) पर रविवार देर रात रवाना हो गए हैं। तीन दिवसीय यात्रा के दौरान पीएम मोदी यूक्रेन संकट (Ukraine crisis) पर भारत (India) के रुख को लेकर चर्चा करेंगे। इसके साथ ही वह सुरक्षा, आर्थिक संबंध, टिकाऊ विकास, जलवायु एवं हरित ऊर्जा सहित विविध क्षेत्रों में विस्तृत चर्चा होगी। इस बात की जानकारी विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा (Foreign Secretary Vinay Mohan Kwatra) ने दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान इन देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा बनाने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी।

क्वात्रा ने कहा कि वर्तमान भू-राजनीतिक परिस्थितियों की पृष्ठभूमि में ऊर्जा सुरक्षा का मुद्दा महत्वपूर्ण है और यूरोपीय देशों के नेताओं के साथ बैठक में यह विषय चर्चा के लिए आएगा। यूक्रेन संघर्ष को लेकर एक सवाल के जवाब में क्वात्रा ने कहा, इस विषय पर हमारा रुख स्पष्ट है और अनेक मंचों पर इसे व्यक्त किया गया है कि युद्ध समाप्त होना चाहिए तथा इसका समाधान बातचीत एवं कूटनीति के जरिये निकाला जाना चाहिए।

रवाना होने से पहले यह बोले मोदी
अपने दौरे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से भी बयान जारी हुआ। उन्होंने कहा कि उनका यूरोप का दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब यह क्षेत्र कई चुनौतियों एवं विकल्पों का सामना कर रहा है और वह भारत के यूरोपीय साझेदारों के साथ सहयोग की भावना को मजबूत करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी यूरोप यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब इस क्षेत्र को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री ने कहा, इन मुलाकातों के माध्यम से मैं अपने यूरोपीय साझेदारों के साथ सहयोग की भावना को प्रगाढ़ करने की इच्छा रखता हूं। शांति और समृद्धि की भारत की चाह में ये देश महत्वपूर्ण साथी हैं।





आज पहुंचेंगे बर्लिन
उन्होंने कहा कि शांति और समृद्धि की भारत की चाह में यूरोपीय साझेदार प्रमुख साथी हैं। मोदी जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्ज (German Chancellor Olaf Scholz) के निमंत्रण पर आज दो मई को बर्लिन का दौरा करेंगे और इसके बाद वह 3-4 मई को डेनमार्क की अपनी समकक्ष मेटे फ्रेडरिक्सन के निमंत्रण पर द्विपक्षीय वार्ता में शामिल होने के लिए कोपनहेगन की यात्रा करेंगे तथा द्वितीय भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। अपनी यात्रा के अंतिम चरण में वह कुछ समय के लिये फ्रांस में रुकेंगे, जहां मोदी फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे।

भारतीय समुदाय को करेंगे संबोधित
इससे पहले क्वात्रा ने बताया कि पीएम मोदी दो मई को जर्मनी जाएंगे। जहां वह बर्लिन में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। जर्मनी के बाद वह तीन मई को डेनमार्क की यात्रा पर जाएंगे। क्वात्रा ने यह भी बताया कि चार मई को पीएम मोदी डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, स्वीडन और नॉर्वे के प्रधानमंत्रियों के साथ दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। हालांकि, शिखर सम्मेलन की शुरूआत से पहले, पीएम मोदी नॉर्वे, आइसलैंड, फिनलैंड और स्वीडन के नेताओं के साथ द्विपक्षीय शिखर बैठक भी करेंगे।

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