खेल मंत्री ने कयासों पर लगाया विराम: मंच से चुनाव न लड़ने किया ऐलान, कायकर्ताओं से की भावुक अपील
शिवपुरी। खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने चुनाव लड़ने या न लड़ने के कयासों पर विराम लगा दिया है। गुरुवार को शिवपुरी में मेडिकल कॉलेज के सामने राजमाता विजया राजे सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण के दौरान आगामी विधानसभा चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया है। यहां पर दक्षिण से आए उड्डपी पंडितों के मंत्र उच्चारण के बीच इस प्रतिमा का अनावरण हुआ। मंच से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खेल ने कहा कि अब फैसला ले लिया है कि अब अगला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। इस दौरान वह भावुक भी नजर आई। इस दौान उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की कि वह उनके इस निर्णय के साथ रहेंगे।
यशोधरा ने मंच से अपनी मां को याद करते हुए कहा कि मेरी मां से मुझे प्रेरणा मिली, जिसमें उन्होंने 25 से 30 साल उनके पद चिन्हों पर चलते हुए जन सेवा की। अम्मा के पदचिन्हों पर चलने की जो कोशिश की थी वह 25 से 30 साल में पूरी हो गई। अब नए लोगों को आगे बढ़ाने का समय है। इस तरह से अम्मा महाराज को याद करते हुए खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया भावुक हो गइ। उन्होंने अपनी मां राजमाता विजया राजे सिंधिया को अपने भाषण के दौरान कई बार याद किया। कार्यक्रम के दौरान खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने मंच से भावुक होते हुए कहा कि मैं चुनाव नहीं लडूंगी और उन्होंने शिवपुरी को गुड बाय कह दिया।
समय नए लोगों को आगे बढ़ाने का है
मंच से उन्होंने कहा कि अब मैं 21 साल की तो हूं नहीं, समय नए लोगों को आगे बढ़ाने का है। मेरी मां अम्मा महाराज ने भी जो राह दिखाई अब मेरा कर्तव्य कि उसे और आगे बढ़ाएं। चार बार कोरोना ने उन्हें स्वास्थ्य कारणों से परेशानी में डाला। खेल मंत्री ने कहा कि वह स्वास्थ्य कारणों के चलते चुनाव नहीं लड़ रही हैं। बता दें कि यशोधरा ने पिछले दिनों अपने स्वास्थ्य कारणों के चलते संगठन को पत्र लिख चुनाव न लड़ने की बात कही थी। लेकिन अब उन्होंने सार्वजनिक रूप से मंच से यह घोषणा कर दी है। गुरुवार को शिवपुरी में उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि शिवपुरी गुड बाय। अब मैं चुनाव नहीं लडूंगी। अब उनकी सीट से केन्द्रीय मंत्री और उनके भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं।