कोरोना बहुरूपिया, कब फिर सामने आ जाए किसी को नहीं पता: पीएम ने यह बोल किया सतर्क
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को गुजरात के जूनागढ़ जिले में मां उमिया धाम के एक कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान पीएम ने मां उमिया के भक्तों से धरती को रासायनिक उर्वरकों के संकट से बचाने के लिए प्राकृतिक खेती के तरीके अपनाने का आग्रह किया। इस बीच उन्होंने कोरोना महामारी का भी जिक्र किया।
पीएम ने कहा कि कहा कि कोरोना वायरस गया नहीं है। यह बहुरूपिया है, किसी को पता नहीं फिर कब सामने आ जाए। इसलिए देश के नागरिकों को इस वैश्विक महामारी के खिलाफ लगातार सतर्कता बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए टीकों की करीब 185 करोड़ खुराक देने का काम लोगों के सहयोग से ही संभव हो पाया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस (वैश्विक महामारी) एक बड़ा संकट था और हम यह नहीं कह रहे कि संकट समाप्त हो गया है। यह कुछ देर के लिए भले ही थम गया है, लेकिन हमें नहीं पता कि यह फिर से कब सामने आ जाएगा। यह एक ‘बहरूपिया’ बीमारी है। इसे रोकने के लिए करीब 185 करोड़ खुराक दी गईं, जिसने दुनिया को अचम्भित कर दिया। यह देश की जनता के सहयोग से ही संभव हो पाया।
उन्होंने कहा कि धरती मां को बचाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, गुजरात के हर गांव के किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के 75वें साल में आयोजित किए जा रहे ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम के तहत हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाने में मदद करने की भी लोगों से अपील की।