प्रमुख खबरें

गोवा में कांग्रेस को लगा दूसरा बड़ा झटका: लुइजिन्हो के बाद नाइक ने भी दिया इस्तीफा, भाजपा में जाने के लग रहे कयास

पणजी। गोवा (Goa) में विधानसभा चुनाव (Assembly elections) से पहले कांग्रेस (Congress) को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में विधायक रवि नाईक (Ravi Naik) ने आज मंगलवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा (resignation from the membership of the assembly) दे दिया है। उनके इस्तीफा देने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि नाईक जल्द ही भाजपा (BJP) में शामिल हो सकते हैं। यह कांग्रेस के लिए पिछले दो महीनों में दूसरा बड़ा झटका लगा है। इससे पहले लुइजिन्हो फलेरिया (luizinho faleria) भी कांग्रेस को अलविदा कह चुके हैं।

बता दें कि नाइक ने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी (MGP) से की और फिर बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। रवि नाईक रवि नाइक 25 जनवरी 1991 से 18 मई 1993 और 2 अप्रैल 1994 से 8 अप्रैल 1994 तक गोवा के मुख्यमंत्री रहे थे। वहीं नाईक से पहले अक्टूबर में कांग्रेस नेता और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइजिन्हो फलेरिया ने कांग्रेस को छोड़कर ममता बनर्जी की पार्टी TMC में शामिल गए थे।

नाइक के इस्तीफे के साथ, 40 सदस्यीय राज्य विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या घटकर तीन हो गई है। गोवा में पोंडा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले नाइक ने विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर (Rajesh Patnekar) को अपना इस्तीफा सौंपा। उनके साथ उनके दो बेटे भी थे, जो पिछले साल सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हुए थे।





वहीं नाइक ने अपना इस्तीफा सौंपने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा कि मैं आपको बताऊंगा कि आगे की योजना क्या है। सूत्रों के मुताबिक, नाइक के पार्टी के गोवा चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में भाजपा में शामिल होने की उम्मीद है। बता दें कि अगर नाइक भाजपा में जाते हैं तो यह दूसरा मौका होगा जब वह भाजपा में शामिल होंगे। इससे पहले नाईक अक्टूबर 2000 में वह बीजेपी में शामिल हुए थे, जब मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) ने कई दलों के विधायकों के समर्थन के साथ सरकार बनाई थी। उनकी सरकार में नाइक डिप्टी सीएम बने थे।

जानिए गोवा में कैसे कांग्रेस 17 विधायकों से घटकर तीन हो गई
2017 के राज्य विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। हालांकि, 13 सीटें जीतने वाली भाजपा ने तटीय राज्य में सरकार बनाने के लिए कुछ क्षेत्रीय संगठनों और निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ गठबंधन कर लिया। 2017 के चुनावों के बाद, वालपोई विधायक विश्वजीत राणे कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले पहले व्यक्ति थे। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए और इस सीट से उपचुनाव जीत लिया। राणे वर्तमान में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं। राणे के बाहर निकलने के तुरंत बाद, कांग्रेस के दो और विधायक – सुभाष शिरोडकर (जिन्होंने शिरोडा सीट का प्रतिनिधित्व किया) और दयानंद सोपटे (मंदरेम) ने भाजपा में शामिल होने के लिए पार्टी छोड़ दी। इन दोनों ने बाद में मई 2019 में हुए उपचुनाव में जीत हासिल की। गोवा कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका जुलाई 2019 में लगा, जब उसके 10 विधायकों के एक समूह ने तत्कालीन विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर के नेतृत्व में पार्टी छोड़ दी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button