नोटों की गड्डियों को देख हर कोई हुआ हैरान : कांग्रेस सांसद के ठिकानों से मिले 200 करोड़, गिनती करने लगानी पड़ी बड़ी-बड़ी मशीनें
रांची। झारखंड से कांग्रेस के राज्य सभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी जारी है। बुधवार से शुरू हुई छापेमारी शुक्रवार को भी जारी रही। दो दिनों की रेड में आईटी विभाग ने 200 करोड़ से ज्यादा की नकदी जब्त की है। नोटों की गड्डियों को जिसने भी देखा वह हैरान रह गया। इतना ही नहीं, इतनी बड़ी संख्या में मिली नोटों की गड्डियों को गिनने के लिए आयकर विभाग को बड़ी-बड़ी मशीने लगानी पड़ी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 200 करोड़ रुपये की गिनती हो चुकी है और अभी भी नोटों की गिनती चल रही है। ऐसे में जब्त रकम अभी और बढ़ सकती है। गौरतलब है कि छापेमारी में 9 अलमारियां नोटों से भरी पाई गईं है।
आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, बौद्ध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े ठिकानों पर ये छापेमारी हो रही है। बौद्ध डिस्टिलरी राज्यसभा सांसद धीरज साहू के परिवार की कंपनी है। धीरज साहू का परिवार शराब व्यवसाय से जुड़ा है। उनकी ओडिशा में शराब बनाने की कई फैक्ट्रियां हैं। संयुक्त पारिवारिक सहयोग से ये कारोबार चलाता है। आयकर विभाग ने ग्रुप के झारखंड-ओडिशा और बंगाल के 10 ठिकानों पर छापेमारी की। आयकर विभाग ने बलदेव साहू कंपनी के बोलांगीर स्थित कार्यालय से 30 किलोमीटर दूर सतपुड़ा आॅफिस में छापेमारी में 200 करोड़ रुपये कैश बरामद किए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नोटों के बंडल आॅफिस की नौ अलमारियों में भरे रखे थे। नोट 500, 200 और 100 रुपये को गड्डियों में रखे थे। इतनी बड़ी संख्या में कैश मिलने के बाद आयकर विभाग की टीम ने मशीनों से नोट गिनकर 157 बैगों में भरा, जब बैग कम पड़ गए तो बोरियों में नोट भरे गए और उसके बाद एक ट्रक में डालकर इन्हें बैंक ले जाया गया।
ओडिशा का कारोबार संभालते हैं सांसद के भाई
बता दें कि बलदेव साहू एंड ग्रुप आॅफ कंपनीज पश्चिमी ओडिशा की सबसे बड़ी देशी शराब निर्माता और विक्रेता कंपनियों में से एक है। इस कंपनी में कांग्रेस सांसद धीरज साहू के अलावा उनके परिवार के राजकिशोर साहू, स्वराज साहू और परिवार के अन्य सदस्य शामिल हैं। ओडिशा का कारोबार उनके भाई संजय साहू और दीपक साहू संभालते हैं। बता दें कि धीरज साहू के परिवार के स्वामित्व वाले इस ग्रुप में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) के अलावा बलदेव साहू इंफ्रा लिमिटेड, क्वालिटी बॉटलर्स और किशोर प्रसाद-विजय प्रसाद बेवरेज लिमिटेड कंपनियां शामिल हैं। आयकर विभाग ने इन सभी कंपनियों को ठिकानों पर छापेमारी की है। बलदेव साहू इंफ्रा लिमिटेड फ्लाई ऐश ब्रिक्स बनाने का काम करती है और बाकी तीन कंपनियां शराब कारोबार से जुड़ी हैं।
कांग्रेस पर हमलावर हुई भाजपा
इस मुद्दे पर सियासत भी तेज हो गई है। बीजेपी ने कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है। पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने ट्वीट कर कहा, जब कांग्रेस के एक सांसद के यहां से इतना नकद बरामद हुआ है तो तो 70 साल में पार्टी ने देश को कितना खोखला किया है, वो अंदाजा लगाया जा सकता है। हम जब हेमंत सरकार में हो रहे हजारों करोड़ों के घोटाले की बात करते हैं तो वह महज आंकड़ा नहीं हकीकत होता है जिसका छोटा उदाहरण फिर सामने है। बीजेपी विधायक दल नेता और नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने ट्वीट कर चुटकी ली है की उन्होंने सुना हैं कि कैश इतना मिला की नोट गिनने के मशीन ने भी काम करना बंद कर दिया है. बीजेपी ने इस मामले में ईडी जांच की मांग की है।