मामला रीवा का: बाजार में बेच दिया 60 करोड़ का चावल, अब 21 मिलरों पर दर्ज होगी एफआईआर
रीवा। उपार्जित धान की कस्टम मिलिंग नीति के तहत राइस मिलरों के माध्यम से धान की मिलिंग कराए जाने नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा धान के लाट उपलब्ध कराए गए थे। जिसमें निर्धारित सीएमआर के तहत चावल जमा कराया जाना था। लेकिन 35 राइस मिलरों ने चावल जमा ही नहीं किया। इसकी शिकायत जब नागरिक आपूर्ति निगम के पीएस एवं एमडी के पास पहुंची तो पूरे मामले की जांच कराने के लिए जिला प्रबंधक म.प्र. स्टेट सिविल कार्पोरेशन उज्जैन को भौतिक सत्यापन के लिए भेजा गया।
जहां जांच में भारी मात्रा में गड़बड़ी पाई गई थी। जांच में यह तथ्य भी सामने आए लगभग 60 करोड़ से अधिक की धान मिलरों ने गायब कर दी है। अब राशि वसूली के लिए विभाग ने एफआईआर दर्ज करानी शुरू कर दी है। जिसके बाद 11 मिलरों पर मामला सिविल लाइन थाने में दर्ज करा दिया गया। वहीं गुरुवार को भी 21 मिलरों की सूची तैयार कर नागरिक आपूर्ति निगम ने थाना भेज दिया है। माना जा रहा है कि एक दो दिन में इस मिलरों पर भी ईसी एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया जाएगा।
मिलरों में हड़कम्प
60 करोड़ के चावल गायब होने के मामले में अब नागरिक आपूर्ति निगम ने 32 मिलरों पर शिकंजा कसते हुए एफआईआर दर्ज कराने अनुशंसा कर दी है। जिसके बाद मिलरों में हड़कम्प मचा हुआ है। सूत्रों की माने तो कई मिलर अब नेताओं के चक्कर काट रहे हैं। हालांकि आचार संहिता लागू होने की वजह से नेता भी मिलरों के साथ सहयोग करने में अपनी असमर्थता जाहिर कर रहे हैं। खास बात यह है कि इस मामले में जांच में दोषी पाए जाने पर तत्कालीन जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम पंकज बोरसे को एमडी नान ने निलंबित कर दिया था। एक दिन पहले निलंबन की कार्रवाई के बाद 11 मिलरों पर प्रकरण दर्ज करने के लिए सिविल लाइन थाने भेजा गया। वहीं एक और सूची भेजी गई है।
73 हजार 780 क्विंटल चावल गायब
शिकायत के आधार पर नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा जिले में मिलरों को दी गई धान के समानुपातिक जमा किए गए चावल की जुलाई महीने में प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति द्वारा एक टीम गठित कर जांच कराई गई थी। जांच रिपोर्ट में करीब 6सौ लॉट 60 करोड़ का चावल जमा कराना नहीं पाया गया था। जिसकी राशि वसूली व कार्रवाई की अनुशंसा की गई। साथ ही आदेश में 170 लॉट चावल जमा नहीं किए जाने का भी उल्लेख किया गया है। बता दें कि नॉन व एफसीआई के गोदामों में प्रति लॉट 434 क्विंटल कुल 73780 क्विंटल चावल जमा नहीं हो पाया है।