पटवारी हत्याकांड: लामबंद हुआ पटवारी संघ, कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप इन पर लगाए गंभीर आरोप
शहडोल। शहडोल में ब्यौहारी तहसील के देवलोंद थाना क्षेत्र अंतर्गत खनन माफियाओं द्वारा की गई पटवारी की निर्मम हत्या का मामला अब लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में अब हर दिन नए मोड़ आ रहे हैं। एक ओर जहां जिले का पटवारी संघ भी लामबंद हो गया है। इतना ही नहीं कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। वहीं मृतक पटवारी को सरकारी मदद दिलाने की गुहार लगाई तो और ब्यौहारी के एसडीएम और तहसीलदार पर गंभीर आरोप भी लगाए। तो वहीं दूसरी ओर मुख्य आरोपी ट्रैक्टर चालक के परिजनों ने भी कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए एसपी से शिकायत कर ट्रैक्टर चालक के लोकेशन ट्रेस कराने एवं मुख्य आरोपियों को बचाने ट्रैक्टर चालक को फंसाने का आरोप लगाया है।
भूतपूर्व सैनिक दिवंगत पटवारी प्रसन्न सिंह की मौत के बाद मध्यप्रदेश पटवारी संघ जिला इकाई शहडोल ने कलेक्टर शहडोल के माध्यम से राज्यपाल मध्यप्रदेश के नाम ज्ञापन सौंपा। पटवारी संघ ने कहा कि अधिकारियों ने दबाव बनाकर पटवारी को भेजा था। यदि भेजना था तो बिना सुरक्षा के क्यों भेजा गया। इसके साथ ही उन्होंने पेट्रोलिंग पर भी आरोप लगाया है। साथ ही दिवंगत पटवारी प्रसन्न सिंह को शहीद का दर्जा देने एवं एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता राशि दिवंगत के परिवार को देने व एक व्यक्ति को शासकीय नौकरी दिलाने की गुहार लगाई।
ज्ञापन में इन बातों का किया गया जिक्र
वहीं जिलाध्यक्ष सत्य नारायण मिश्रा ने बताया कि दिवंगत पटवारी प्रसन्न सिंह पिता महेंद्र प्रताप सिंह पटवारी हल्का खड्डा तहसील ब्योहारी जिला शहडोल के साथ 25 नवंबर की देर रात रेत माफियाओं द्वारा हमला कर निर्मम हत्या कर दी गई थी। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि 25 नवंबर की रात 11 बजे अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ब्यौहारी नरेंद्र सिंह धुर्वे द्वारा प्रसन्न सिंह के साथ अन्य तीन पटवारी कल्याण सिंह, वीरेश पाठक एवं कामतानाथ मिश्रा को तहसीलदार द्वारा आवंटित शासकीय वाहन बोलेरो से गोपालपुर रेत के अवैध उत्खनन को रोकने तथा निगरानी के लिए भेजा गया था।
आरोपी के परिजनों ने भी सौंपा ज्ञापन
दूसरी और मंगलवार की दोपहर कथित वारदात के गिफ्तार मुख्य आरोपी कथित ट्रैक्टर चालक शुभम विश्वकर्मा के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि पुलिस द्वारा जबरिया रसूखदार मुख्य आरोपियों को छोड़ते हुए गरीब वाहन चालक को दोषी बनाया गया है, साथ ही पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कर ज्ञापन में उल्लेख किया कि आरोपी शुभम विश्वकर्मा के मोबाइल रिकॉर्ड और लोकेशन की छानबीन की जाए, जिससे यह स्पष्ट हो कि वह मौके पर नहीं था जबरिया मामले को दबाने एवं मुख्य आरोपी को बचाने शुभम को आरोपी बनाया गया है।
कैसे हुई थी मौत
मामला शहडोल के ब्यौहारी तहसील अंतर्गत का है। जहां शनिवार रात रेत माफिया ने पटवारी प्रसन्न सिंह की ट्रैक्टर चढ़ाकर हत्या कर दी थी। प्रसन्न सिंह सेना से रिटायर होने के बाद पटवारी बने थे। शनिवार रात को प्रसन्न सिंह घाट पर कार्रवाई करने गए थे। जब वो मौके पर पहुंचे तो उन्हें ट्रैक्टर आते दिखे। उन्होंने कार्रवाई के लिए ट्रैक्टर रोकने की कोशिश की लेकिन, आरोपी ने उन्हें रौंदता हुआ चला गया। सिर से पहिया गुजरने के कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई।