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मणिपुर हिंसा में केंद्रीय सुरक्षाबलों ने संभाला मोर्चा,आखिर क्यों और कैसे फैली हिंसा?

मणिपुर में जारी हिंसा को रोकने के लिए सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया है। राज्य में RAF, CRPF और BSF की 55 टुकड़ियों की तैनाती की गई है।

मणिपुर : मणिपुर में जारी हिंसा को रोकने के लिए सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया है। राज्य में RAF, CRPF और BSF की 55 टुकड़ियों की तैनाती की गई है। उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए रखे हुए हैं। उन्होंने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से बात की है। इतना ही नहीं अमित शाह ने कर्नाटक का दौरा भी रद्द कर दिया है। मणिपुर के पड़ोसी राज्यों असम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश ने भी मदद का हाथ बढ़ाया है। आइए जानते हैं मणिपुर के ताजा हालात।

1- मणिपुर में क्यों फैली हिंसा?

मणिपुर हाई कोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस एमवी मुरलीधरन ने हाल ही में एक आदेश दिया था। इस आदेश में हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को मैतेई को भी अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग पर विचार करने को कहा था। कोर्ट के इसी फैसले के खिलाफ ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर (ATSUM) ने ‘आदिवासी एकता मार्च’ निकाला था। इसी एकता मार्च के दौरान हिंसा भड़क गई।

2- मणिपुर में RAF की 4 कंपनियों को भेजा जा रहा है, जबकि 6 वहां पहले से तैनात हैं। वहीं, CRPF की 10 कंपनियां भी तैनात की गई हैं। इसके अलावा BSF की 6 कंपनियां भी मणिपुर में कानून व्यवस्था को लेकर भेजा गया है। दो और कंपनियां आज भेजी जा रही हैं। इसके अलावा सेना की टुकड़ियों की भी तैनाती की गई है। मणिपुर में सुरक्षाबलों को भेजने के लिए एयरफोर्स की मदद ली जा रही है। गृह मंत्रालय पूरी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।

3- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक्शन मोड में हैं। उन्‍होंने पड़ोसी राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, केंद्रीय गृह सचिव, निदेशक आईबी और राज्य के साथ-साथ केंद्र के संबंधित अधिकारियों के साथ दो वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग बैठकें कीं। अमित शाह ने अपना कर्नाटक दौरा भी रद्द कर दिया।

4– गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, मणिपुर में कानून व्यवस्था में तेजी से सुधार हुआ है। बताया जा रहा है कि राज्य में कल राज्य से हिंसा की कोई खबर सामने नहीं आई है।

5- CRPF के पूर्व DG कुलदीप सिंह सिक्योरिटी एडवाइजर बनाए गए: मणिपुर सरकार ने राज्य में हिंसा के मद्देनजर रिटायर आईपीएस अधिकारी और सीआरपीएफ के पूर्व चीफ कुलदीप सिंह को सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया है। सिंह ने मणिपुर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है। 1986 बैच के अधिकारी कुलदीप सिंह पिछले साल सितंबर में रिटायर हुए थे। उन्होंने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) का भी नेतृत्व किया है। इसके अलावा मणिपुर सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने और राज्य में सामान्य स्थिति लाने के लिए आशुतोष सिन्हा, एडीजीपी (खुफिया) को ओवरऑल ऑपरेशनल कमांडर नियुक्त किया।

6- ब्रॉडबैंड सेवाएं भी बंद: हिंसा को देखते हुए, मोबाइल डेटा के बाद अब मणिपुर में ब्रॉडबैंड सेवाएं भी निलंबित हैं। सरकार ने रिलायंस जियो फाइबर, एयरटेल एक्सट्रीम, बीएसएनएल आदि को हिंसा और अफवाह फैलाने के लिए ब्रॉडबैंड और डेटा सेवाओं पर रोक लगाने का आदेश दिया है। मणिपुर राज्य में मौजूदा स्थिति के कारण अगले 5 दिनों के लिए इनके निलंबन का आदेश दिया गया है।

7- भारतीय सेना ने गुरुवार को पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर के अशांत इलाकों में अनुसूचित जनजाति (एसटी) के दर्जे पर अदालत के आदेश को लेकर आदिवासी समूहों के विरोध के बीच फ्लैग मार्च किया। किसी भी तरह की हिंसा की घटना को रोकने के लिए, मणिपुर सरकार ने हिंसा भड़कने और मणिपुर की राजधानी इंफाल, और चुराचंदपुर जिलों में स्थिति के नियंत्रण से बाहर होने के बाद बुधवार रात राज्य के कुल आठ जिलों में कर्फ्यू लगा दिया है।

8- रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया, मोरेह और कांगपोकपी में स्थिति नियंत्रण में है। इंफाल और चुराचांदपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि स्थिति के एक बार फिर से बिगड़ने की स्थिति में सेना ने तैनाती के लिए 14 टुकड़ियों को स्टैंडबाय पर रखा है। बताया जा रहा है कि राज्य में सेना के 6000 जवानों की तैनाती की गई है।

9- अब तक 9 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा चुका है। हालात को देखते हुए आठ जिलों- इंफाल वेस्ट, काकचिंग, थौबाल, जिरिबाम, बिष्णुपुर, चुराचांदपुर, कांगपोकपी और तेंगनौपाल में कर्फ्यू लगाया गया है।

10- राज्यों ने बढ़ाया मदद का हाथ

असम, त्रिपरा और अरुणाचल प्रदेश ने मणिपुर के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है। असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर कहा, मणिपुर में हाल की घटनाओं से प्रभावित कई परिवारों ने असम में शरण ली है। मैंने कछार के जिला प्रशासन से इन परिवारों की देखभाल करने की अपील की है। मैं मणिपुर सरकार के साथ लगातार संपर्क में हूं और संकट की इस घड़ी में पूर्ण समर्थन का वचन दिया है।

अरुणाचल प्रदेश के सीएम ने हिंसा पर गहरा दुख जताया

अरुणाचल प्रदेश के सीएम प्रेमा खांडू ने ट्वीट कर कहा, मणिपुर में हुई हिंसा पर गहरा दुख हुआ। जिससे कई परिवार विस्थापित हुए हैं। संकट की इस घड़ी में, हम मणिपुर के लोगों के साथ हैं और राज्य में शांति और भाईचारे को बहाल करने के उद्देश्य से हर कदम पर समर्थन देते हैं। लोकतांत्रिक व्यवस्था में सभी मतभेदों और शिकायतों को हल करने के लिए संवाद सबसे अच्छा तरीका है। असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा को मेरा विशेष धन्यवाद और आभार कि प्रभावित परिवारों को राज्य में शरण लेने पर सुनिश्चित करने में उनके हस्तक्षेप किया। मुझे उम्मीद है कि विविधता, बंधुत्व और करुणा की महान भूमि मणिपुर में जल्द ही शांति लौट आएगी। त्रिपुरा सरकार ने भी हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।

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