बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई से भड़के असदुद्दीन ओवैसी,बोले-ये दूसरी बार कृष्णैया की हत्या है
आनंद मोहन की रिहाई को लेकर राजनेताओं में आक्रोश देखने को मिल रहा है। आनंद मोहन की रिहाई को लेकर असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है।
नई दिल्ली : आनंद मोहन की रिहाई को लेकर राजनेताओं में आक्रोश देखने को मिल रहा है। आनंद मोहन की रिहाई को लेकर असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि ये दूसरी बार कृष्णैया की हत्या है। इस मामले को लेकर बिहार के IAS एसोसिएशन शांत है। इसके साथ ही उन्होंने सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि क्या उस समय लालू यादव की सरकार नहीं थी। क्या उन्होंने उनकी पत्नी से मुलाकात नहीं की थी। आगे उन्होंने कहा कि अब कौन सा आईएएस अधिकारी बिहार में अपनी जान जोखिम में डालेगा।
ओवैसी बोले-मैं कृष्णैया के परिवार के साथ हूं
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 5 दिसंबर 1994 को एक दलित आईएएस की हत्या की गई। जब वह महज 37 साल का था। उन्होंने कहा कि आखिर अब कौन सा आईएएस अधिकारी बिहार में जान जोखिम में डालेगा। कृष्णैया ने मजदूरी कर पढ़ाई की थी। उन्होंने कहा कि वह कृष्णैया के परिवार के साथ हैं और ये भी उम्मीद करते हैं कि एक बार फिर इस मामले को लेकर सोचा जाएगा।
गैंगस्टर से राजनेता बने नेता कि रिहाई पर उठे सवाल
दरअसल, बिहार सरकार को जेल नियमावली में बदलाव करने और गैंगस्टर से राजनेता बने आनंद मोहन की रिहाई का रास्ता साफ करने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इसी को लेकर ओवैसी ने भी कई सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पूछा कि क्या एक बार फिर बिहार में सनलाइट या रणवीर सेना आने वाली है क्या?
‘सियासी फायदे के लिए कर रहे ऐसा काम’
ऐसे कदम केवल सियासी फायदे के लिए उठाए जा रहे हैं। पहले बीजेपी सरकार ने बिलकिस बानो के साथ रेप करने वालों को रिहा किया था। अब बिहार सरकार ने एक और दोषी को रिहा कर दिया है। ये कौन सा सामाजिक न्याय है। जब बिलकिस बानो के साथ रेप करने वाले दोषियों को छोड़ा गया था तब बीजेपी का कोई भी नेता उनके विरोध में नहीं था।