कांग्रेस में राहुल गांधी को चतुर मानने वालों की आज भी कमी नहीं है। लेकिन पार्टी में गांधी-नेहरू परिवार के आभामंडल से कुछ अंश में भी अछूता हरेक व्यक्ति राहुल की क्षमताओं पर पूरा विश्वास रखता है। इसलिए वह यकीन से कह सकता है कि राहुल ने हाल ही में 'सत्यम, शिवम, सुंदरम' शीर्षक से जो लेख रचने का दावा किया है, वह दरअसल किसी दूसरे के ज्ञान पर अपना नाम लिख देने की जुगाड़ से अधिक और कुछ भी नहीं है।