KIFF में अमिताभ बच्चन बोलें- अब भी नागरिकता पर उठाए जाते है सवाल
फिल्म फेस्टिवल को संबोधित करते हुए अमिताभ बच्चन ने सेंसरशिप और एक्सपेशंर्स को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
मनोरंजन डेस्क : कलकत्ता में आयोजित कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में देशभर के दिग्गज सितारे शामिल हुए। इस फेस्टिवल में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने अपने परिवार के साथ शिरकत की। इस फेस्टिवल में शाहरुख खान, काजल समेत तमाम दिग्गज मौजूद रहे। इस दौरान फेस्टिवल में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद रहीं। वहीं फिल्म फेस्टिवल को संबोधित करते हुए अमिताभ बच्चन ने सेंसरशिप और एक्सपेशंर्स को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
अभिव्यक्ति की आजादी पर उठाए जा रहे सवाल
अमिताभ बच्चन ने कहा कि जब सिनेमा की बात आती है, तो अभिव्यक्ति की आजादी की अवधारणा पर आज भी सवाल उठाए जाते हैं। कोलकाता फिल्म फेस्टिवल के मंच से अमिताभ बच्चन ने कहा कि, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि स्टेज पर बैठे साथी इस बात से सहमत होंगे, कि अब भी नागरिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल उठाए जा रहे हैं’।
नेगेटिविटी फैला रहे हैं कुछ लोग
कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में अमिताभ बच्चन के अलावा शाहरुख खान, जया बच्चन, रानी मुखर्जी और कई सितारों ने शिरकत की। शाहरुख खान ने फिल्म पठान को लेकर हो रहे विरोध पर अपना रिएक्शन दिया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ लोग नेगेटिविटी फैला रहे हैं। सिनेमा समाज को बदलने का एक साधन है।
नकारात्मका से बढ़ता है मीडिया का उपयोग
उन्होंने कहा इसके आगे, सोशल मीडिया आमतौर पर किसी एक निश्चित संकीर्ण मानसिकता से प्रेरित होता है, जो लोगों के स्वभाव के स्तर को कम कर देता है। मैंने कहीं पढ़ा था कि नकारात्मकता सोशल मीडिया की खपत को बढ़ाती है। इस तरह के प्रयोग एक धारणा को मजबूत करते हैं, जो आगे चलकर सोशल मीडिया को विभाजनकारी और विध्वंसकारी बनाती है’।
पॉजिटिव लोग अभी जिंदा है
शाहरुख खान ने ये भी कहा कि ‘दुनिया नॉर्मल हो गई है। हम सब खुश हैं। मैं सबसे ज्यादा खुश हूं और ये बात बताने में मुझे बिल्कुल भी आपत्ति नहीं है कि दुनिया कुछ भी कर ले। मैं, आप लोग और जितने भी पॉजिटिव लोग हैं, सबके सब जिंदा हैं’।