मोदी की हार्दिक तारीफ करते हुए कांग्रेस छोड़ी पटेल ने
अहमदाबाद। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। यहीं वजह है कि बड़े नेता लगातार पार्टी को अलविदा करते जा रहे हैं। हाल में ही में पंजाब के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ के पार्टी छोड़ने के बाद अब गुराज से बड़ी खबर सामने आई है। गुजरात के कार्यकारी अध्यक्ष और पाटीदार समाज के नेता ने पार्टी छोड़ते हुए सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। इस बात की जानकारी उन्होंने स्वयं ट्वीट कर दी है। पटेल का इस्तीफा कांग्रेस के लिए बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।
हार्दिक पटेल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अपना इस्तीफा सौंपा। हिंदी, अंग्रेजी और गुजराती में लिखे अपने इस्तीफे का पत्र ट्वीट करते हुए लिखा कि आज मैं हिम्मत करके कांग्रेस पार्टी के पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी। मैं मानता हूं कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में गुजरात के लिए सच में सकारात्मक रूप से कार्य कर पाऊँगा।’
उन्होंने पत्र में आगे यह भी लिखा की अनेक प्रयासों के बाद भी पार्टी द्वारा देशहित एवं समाज हित बिल्कुल वितरीत कार्य किए जाने के बार मैं पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने आगे लिखा, देश के युवा एक सक्षम और मजबूत नेतृत्व चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी सिर्फ विरोध की राजनीति तक सीमित रह गई है। जबकि, देश के लोगों को विरोध नहीं, ऐसा विकल्प चाहिए जो भविष्य के बारे में सोचता हो।
जमकर तारीफ की मोदी की
अपने इस्तीफे में पाटीदार नेता ने लिखा कि अयोध्या में राम मंदिर हो, सीएए-एनआरसी का मुद्दा हो, कश्मीर में अनुच्छेद 370 हो या जीएसटी लागू करने का निर्णय…देश लंबे समय से इन समस्याओं का समाधान चाहता था और कांग्रेस पार्टी सिर्फ इसमें एक बाधा बनने का काम करती रही। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में गंभीरता की कमी है। मैं जब भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मिला तो लगा उनका ध्यान गुजरात के लोगों से ज्यादा अपने मोबाइल और बाकी चीजों पर रहा। जब देश में संकट था तो हमारे नेता विदेश में थे। उन्होंने कहा, हमारे कार्यकर्ता अपने खर्च पर 500 से 600 किमी की यात्रा कर जनता के बीच जाते हैं और देखते गुजरात के बड़े नेताओं का ध्यान सिर्फ इस पर रहता है कि दिल्ली से आए नेता को चिकन सैंडविच समय पर मिला या नहीं।
कांग्रेसियों पर लगाया था खुद को किनारे करने का आरोप
हार्दिक पटेल लंबे समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे और लगातार राज्य के नेताओं और हाईकमान पर सवाल खड़े कर रहे थे। गुजरात में विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं और उससे पहले हार्दिक पटेल के इस्तीफे ने कांग्रेस को करारा झटका दिया है। हार्दिक पटेल ने कहा था कि वह कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जरूर बने हैं, लेकिन उन्हें कोई जिम्मेदीरी नहीं दी गई है और लगातार नेता उन्हें किनारे लगाने में जुटे हैं। हार्दिक पटेल ने राज्य इकाई के नेताओं पर आरोप लगाया था कि वे चाहते हैं कि मैं कांग्रेस छोड़ दूं। यही नहीं उनका कहना था कि कांग्रेस राज्य में बेहद कमजोर है और चुनाव जीतने की स्थिति में फिलहाल नजर नहीं आती है।