कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बनी सतना की रामपुर सीट, आखिरी बार जीती थी 1985 में
रामपुर में आखिरी बार 1985 में कांग्रेस को विजय मिली थी तब से पार्टी के हाथ सिर्फ पराजय ही लग रही है। ऐसे में रामपुर विधानसभा सीट पर विशेष फोकस पार्टी द्वारा किया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस सीट पर पार्टी जिले की अन्य विधानसभा सीटों के मुकाबले समय से पहले उम्मीदवार तय कर सकती है।
सतना। मध्यप्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होना है। इससे पहले कांग्रेस सरकार बनाने के लिए कांग्रेस एक-एक सीट के लिए गुणा-गणित लगा रही है लेकिन कुछ ऐसी सीटें भी हैं जो पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बनी हुई हैं। इन सीटों को जीतने के लिए पार्टी अपनी तमाम ताकत झोंकने जा रही है। इन्हीं सीटों में से एक सीट है सतना की रामपुर बाघेलान विधानसभा सीट। इस सीट पर पार्टी पिछले लगातार सात चुनावों से पराजय का सामना कर रही है। पिछले दो चुनावों से तो हालत यह है कि पार्टी का उम्मीदवार तीसरे और चौथे नम्बर पर रह रहा है।
रामपुर में आखिरी बार 1985 में कांग्रेस को विजय मिली थी तब से पार्टी के हाथ सिर्फ पराजय ही लग रही है। ऐसे में रामपुर विधानसभा सीट पर विशेष फोकस पार्टी द्वारा किया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस सीट पर पार्टी जिले की अन्य विधानसभा सीटों के मुकाबले समय से पहले उम्मीदवार तय कर सकती है। इसी सिलसिले में रामपुर विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे दावेदारों की नब्ज टटोलने पार्टी के पर्यवेक्षक 29 मई को रामपुर बाघेलान आ रहे हैं। इस सीट के लिए पार्टी ने हिमांचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप राठौर को अपना पर्यवेक्षक बनाया है।
हो सकता है शक्ति प्रदर्शन
रामपुर विधानसभा सीट में वैसे भले ही पार्टी को तीन दशक से ज्यादा समय से पराजय का सामना करना पड़ रहा हो लेकिन यहां टिकट की चाहत रखने वाले तकरीबन आधा दर्जन से ज्यादा दावेदार हैं। इन सब दावेदारों का अपना अलग-अलग दावा है। अपने दावे को मजबूत करने के लिए दावेदार पर्यवेक्षक के सामने शक्ति प्रदर्शन करेंगे। बहरहाल रामपुर से टिकट के दावेदारों में जो नाम इस समय चर्चा में हैं उनमें पूर्व विधानसभा प्रत्याशी व रामपुर बाघेलान ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामशंकर पयासी, पूर्व विधायक रामलखन सिंह पटेल, पूर्व जिला अध्यक्ष राजेन्द्र मिश्रा, कांग्रेस के जिला महामंत्री सज्जन सिंह तिवारी,कोटर नगर पंचायत के पार्षद व पार्टी के प्रदेश सचिव अजीत सिंह कोटर,पूर्व जिला पंचायत सदस्य कमलेन्द्र सिंह कमलू एवं बालेश त्रिपाठी का नाम प्रमुख है।
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पूर्व सीएम भी कर चुके हैं रामपुर का दौरा
रामपुर बाघेलान विधानसभा सीट पार्टी के लिए कितनी प्रतिष्ठापूर्ण है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां पार्टी की स्थिति, कार्यकर्ताओं की पसंद व नाराजगी का आंकलन करने इससे पहले प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी रामपुर बाघेलान आ चुके हैं। इस दौरान उन्होंने यहां पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद किया था। अब इस बार पर्यवेक्षक दावेदारों की नब्ज टटोलने आ रहे हैं।
चौकाने वाला नाम आ सकता है सामने
लगातार पराजय का सामना कर रही कांग्रेस में वैसे तो कई चेहरे अभी तक टिकट के लिए सामने आ चुके हैं लेकिन पार्टी सूत्रों के दावों पर यदि भरोसा करें तो इस बार रामपुर बाघेलान विधानसभा सीट हर हाल में जीतने के लिए संकल्पित कांग्रेस पार्टी यहां किसी ऐसे चेहरे पर दांव लगा सकती है जिसकी उम्मीद किसी को न हो। बहरहाल अभी सब यह कयासों का दौर है। पार्टी के पर्यवेक्षक 29 को रामपुर दौरे के दौरान दावेदारों की नब्ज टटोलेंगे और उनके दावों की मजबूती को परखेंगे। इसके बाद वे अपने रिपोर्ट पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को देंगे। पर्यवेक्षक की रिपोर्ट में सामने आए दावेदारों के तीन नामों पर पार्टी एक चुनावी सर्वे कराएगी। इसके बाद ही टिकट फाइनल किया जाएगा।