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मायावती के इस बड़े ऐलान से कटा बाहुबली का टिकट, इस सीट से राजभर होंगे मैदान में

लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP supremo Mayawati) उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly elections) के लिए कमर कसनी शुरू कर दी है। इस बीच आज मायावती ने चुनाव में टिकट देने को लेकर अपनी स्थिति भी साफ कर दी है। मायावती ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि इस चुनाव में आपराधिक छबि (criminal image), बाहुबली (bahubali) या माफिया (mafia) को पार्टी से चुनाव में टिकट नहीं देगी। इसके मद्देनजर अब आगामी चुनाव में मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) का टिकट कटना तय माना जा रहा है। अब इस सीट से बसपा प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर (BSP state president Bhim Rajbhar) को मैदान में उतरेंगे।

बता दें कि बसपा ने वर्ष 2017 विधानसभा चुनाव में मुख्तार अंसारी को मऊ और उनके बेटे अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) को घोसी से टिकट दिया था। मुख्तार अंसारी तो मऊ से चुनाव जीत गए, लेकिन उनका बेटा अब्बास अंसारी घोषी में भाजपा उम्मीदवार फागू चौहान से चुनाव हार गया। फागू चौहान को 88298 और अब्बास अंसारी को 81295 वोट मिले। मुख्तार अंसारी के परिजन सपा का दामन थाम रहे हैं।

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने फैसले की जानकारी देते हुए ट्वीट (Tweet) किया, बीएसपी का अगामी यूपी विधानसभा आमचुनाव में प्रयास होगा कि किसी भी बाहुबली व माफिया आदि को पार्टी से चुनाव न लड़ाया जाए। इसके मद्देनजर ही आजमगढ़ मण्डल की मऊ विधानसभा सीट से अब मुख्तार अंसारी का नहीं, बल्कि यूपी के बीएसपी स्टेट अध्यक्ष भीम राजभर के नाम को फाइनल किया गया है।





उन्होंने आगे लिखा, जनता की कसौटी व उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के प्रयासों के तहत ही लिए गए इस निर्णय के फलस्वरूप पार्टी प्रभारियों से अपील है कि वे पार्टी उम्मीदवारों का चयन करते समय इस बात का खास ध्यान रखें ताकि सरकार बनने पर ऐसे तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने में कोई भी दिक्कत न हो।

अपने आखिरी ट्वीट में मायावती ने कहा कि BSPका संकल्प ‘कानून द्वारा कानून का राज’ (rule of law by law) के साथ ही यूपी की तस्वीर को भी अब बदल देने का है ताकि प्रदेश व देश ही नहीं बल्कि बच्चा-बच्चा कहे कि सरकार हो तो बहनजी की ‘सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय (Everyone’s good and everyone’s happiness)’ जैसी तथा बीएसपी जो कहती है वह करके भी दिखाती है यही पार्टी की सही पहचान भी है।

सूत्रों का कहना है कि बुधवार को बसपा सुप्रीमो ने मुख्य सेक्टर प्रभारियों और जिलाध्यक्षों की बैठक में टिकट बंटवारे को लेकर चर्चा के दौरान ही कहा कि इस बार आपराधिक छवि वालों को टिकट देने से बचना है। इसीलिए नाम भेजते समय इसका जरूर ध्यान रखा जाए। सूत्रों का कहना है कि इसी दौरान मुख्तार को मऊ से टिकट न देने की भी बात आई। उनके स्थान पर बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को टिकट देने पर विचार-विमर्श हुआ।

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