प्रमुख खबरें

परेशानी: देश के 28 राज्यों में पहुंचा फंगस का प्रकोप, 28 हजार से अधिक आ चुके हैं चपेट में

प्रमुख खबरें: नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की दूसरी लहर (Second Wave) से मची तबाही के बाद अब फंगस (fungus) का खतरा बढ़ता जा रहा है। देश में 28 राज्यों में फंगस के 19 हजार से अधिक मामले मिल चुके हैं। वहीं मंत्री समूह (group of ministers) की उच्च स्तरीय बैठक (high level meeting) में शीर्ष अधिकारियों ने बताया देश में fungus के मामले बढ़कर 28 हजाार से अधिक हो गए हैं। हालांकि बैठक के दौरान अधिकारियों ने मौत को लेकर जानकारी सार्वजनिक नहीं की है जिसके चलते fungus की वजह से अब तक देश में करीब 300 मरीजों की मौत होने की जानकारी दी जा रही है।

बैठक में अधिकारियों ने बताया कि देश में 28,252 मरीज फंगस संक्रमित (fungus infected) मिले हैं जिनमें से 86 फीसदी (24,370 मामले) मरीज कोरोना संक्रमित (corona infected) रहे हैं। वहीं इन मरीजों में 62.3 फीसदी (17,601) मधुमेह पहले से था। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 6,339 मामले अब तक मिल चुके हैं। वहीं गुजरात में 5,486 लोग फंगस के शिकार हुए। इस दौरान जीनोम सिक्वेसिंग (genome sequencing) को लेकर अधिकारियों ने बताया कि 10 लैब में अब तक 30 हजार से अधिक सैंपल की सिक्वेसिंग (sequencing) पूरी हो चुकी है जिनके जरिए अलग अलग वैरिएंट के बारे में जानकारी भी मिल रही हैं।





इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Dr. Harsh Vardhan) ने कहा कि भारत में संक्रमण को लेकर हालात अब काफी तेजी से सुधर रहे हैं। कोरोना की रिकवरी दर (recovery rate) भी बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि देश के 17 फीसदी सक्रिय मामले 26 राज्यों में हैं। सात राज्य दिल्ली, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, उत्तराखंड और झारखंड में रोजाना हजार से कम मामले मिल रहे हैं।

जबकि पांच राज्य जम्मू, पंजाब, बिहार, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में यह संख्या दो हजार से कम है। यहां तक कि महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में भी मामलों की संख्या में भी महत्वपूर्ण दर से गिरावट देखी गई है। यहां संक्रमण की बढ़ोतरी दर 14.7 फीसदी (5 मई) से घटकर 3.48 फीसदी हो चुकी है।

28वीं बैठक में स्वास्थ्य मंत्री के अलावा विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप एस पुरी और नित्यानंद राय, एवं अश्विनी कुमार चौबे भी मौजूद थे। इनके अलावा नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल, डीबीटी सचिव डॉ. रेणु स्वरुप, स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉ. सुनील कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद थे।

Web Khabar

वेब खबर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button