विंध्य में कांग्रेस की 16 सीटें घोषित: सभी वर्तमान विधायकों पर जताया भरोसा, राहुल-राजेन्द्र को 8 वीं बार टिकट
सतना। लंबे इतजार के बाद शारदीय नवरात्रि के पहले दिन कांग्रेस ने अपने 144 उम्मीदवारों के नामों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में विंध्य के नौ जिलों की तीस विधानसभा सीटों में से आठ जिलों की 16 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए गए हैं। विंध्य में कांग्रेस ने अपने 6 मौजूदा विधायकों में से पांच को पहली सूची में जगह दी है जबकि कोतमा सीट में अभी उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया है।
कांग्रेस की पहली सूची में पांच महिलाओं, चार क्षत्रिय, पांच ओबीसी, तीन एसटी, दो एससी और एक ब्राम्हण जन प्रतिनिधि को उम्मीदवार बनाया गया है। 16 उम्मीदवारों की पहली सूची में 11 सीटें ऐसी हैं जिनमें पिछले चुनाव में कांग्रेस को पराजय का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस की पहली सूची में जहां चार लोगों को पहली बार टिकट दी गई है तो वहीं चुरहट से पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल और अमरपाटन से पूर्व विस उपाध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंह को आठवीं बार चुनावी समर में उतारा है।
पूर्व डिप्टी स्पीकर पर कांग्रेस ने फिर जताया भरोसा
कांग्रेस द्वारा घोषित की गई उम्मीदवारों की पहली सूची की बात करें तो सतना, रीवा और मैहर जिले की सात विधानसभा सीटों में से पांच में पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। उनमें तीनों मौजूदा विधायकों सतना से सिद्धार्थ कुशवाहा, चित्रकूट से नीलांशु चतुर्वेदी और रैगांव से कल्पना वर्मा के नाम शामिल हैं। अमरपाटन में पार्टी ने एक बार फिर पूर्व डिप्टी स्पीकर डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंह पर भरोसा जताया है।
नागौद से यादवेन्द्र सिंह का कटा टिकट
नागौद विधानसभा सीट में पार्टी ने अपने पूर्व विधायक यादवेन्द्र सिंह की टिकट काटकर पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि मैहर और रामपुर बाघेलान सीट पर फैसला अभी भी नहीं हो पाया है। वहीं रीवा जिले के मनगंवा सीट से बबिता साकेत, त्योंथर से रमाशंकर सिंह पटेल, गुढ़ से कपिध्वज सिंह को मैदान में उतारा है। इसके अलावा रीवा से अलग हो जिला बने मऊगंज से सुरेन्द्र सिंह बन्ना को कांग्रेस ने तीसरी बार मैदान में उतारा है।
चुरहट में खोई प्रतिष्ठा हासिल करने की चुनौती
सीधी जिले की चुरहट विधानसभा का 6 बार प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल को कांग्रेस ने चुरहट से आठवीं बार चुनाव मैदान में उतारा है। कांग्रेस के कदवर नेता अजय सिंह राहुल 2018 का चुनाव भाजपा के शारदेंदु तिवारी से हार गए थे और 2023 के चुनाव में पूर्व नेता प्रतिपक्ष के सामने अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा वापस हासिल करने की सबसे बड़ी चुनौती है।
अमरपाटन में 8वीं बार चुनाव मैदान में उतरेंगे पूर्व मंत्री
मैहर जिले का हिस्सा बनी अमरपाटन विधानसभा सीट से कांग्रेस ने पूर्व मंत्री एवं पूर्व डिप्टी स्पीकर डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंह को आठवीं बार चुनाव मैदान में उतारा है। इससे पहले पार्टी द्वारा सात बार चुनावी समर में उतरे पूर्व स्पीकर को चार बार जीत मिली है जबकि तीन बार दुर्भाग्य पूर्ण तरीके से हार। पूर्व स्पीकर को तीन बार चुनाव में हार जरूर अमरपाटन में मिली है पर उन्होने कभी जनता का विश्वास नहीं खोया है वे चुनाव जीते तो मतों के बड़े अंतर से लेकिन पराजय मामूली अंतरों से हुई इससे साफ है कि अमरपाटन में पूर्व उद्योग मंत्री पर अब भी जनता का विश्वास कायम है। दिग्विजय सरकार में उद्योग व वाणिज्य मंत्री रहे और 2013 से 2018 तक विधानसभा उपाध्यक्ष का दायित्व भी निभा चुके डॉ.राजेन्द्र कुमार सिंह का अमरपाटन से टिकट का दावा सबसे मजबूत था।