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मरते हुए को मर जाने की सलाह न दें

निहितार्थ : 'शहर में शोर मत करो कि शहजादों की आंख आयी हुई है।' हुक्मरानों की अकड़ से भरी नजाकत को बताती यह पंक्ति...

बदतमीजी से बजबजाता यह परनाला

'घटिया यूनिवर्सिटी' फेम मेनका गांधी (Maneka Gandhi) और 'घटिया औरत' फेम अजय विश्नोई (Ajay Vishnoi) राजनीतिक रूप से एक ही कुटुंब के सदस्य हैं।...

ये प्रायोजित गुस्सा और आयातित विरोध

हद से हद साढ़े तीन राज्यों तक सिमटे, लेकिन 'राष्ट्रव्यापी' ((Nationwide) ) बताये जा रहे किसान आंदोलन (Farmers Agitation in India) को सात महीने...

अटकलों के कुटीर उद्योग पर फुल स्टॉप 

निहितार्थ: कहते हैं कि श्री कृष्ण (Sri Krishna) जब अपनी मुरली की तान (melody of the flute) छेड़ते थे, तब पूरे ब्रह्माण्ड (whole universe)...

बेशक ‘रोम’ कहें, लेकिन ॐ को तो बख्श दीजिये

इस खीझ का कोई इलाज हकीम लुकमान (Hakim Lukman) के पास भी नहीं रहा होगा। विश्व में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International day of Yoga)...

मिलकर करें प्रायश्चित अपने गुनाहों का 

इसे दीपावली (Deepawali) की तैयारियों की तरह कीजिये। तब आप अपने घर की सफाई के लिए खुद ही जुट जाते हैं। किसी सरकार अमले...

अब संदेह के घेरे में खुद जांगिड़

निहितार्थ: ये तो वही बात हुई। अभी जुल्फ खुली भी न थी कि पेंच आ गए। IAS अफसर लोकेश कुमार जांगिड़ (Lokesh Kumar Jangid)...

इस वीकेंड के ये मनोरंजक चेहरे 

निहितार्थ : पत्रकारिता की लगातार आपाधापी के चलते जीवन में वीकेंड यानी सप्ताहांत जैसी फीलिंग महसूस ही नहीं हो सकी। लेकिन आज दो खबरों...

इस घमासान का सच सामने लाना जरूरी

निहितार्थ: आईएएस अफसर लोकेश कुमार जांगिड़ (IAS Lokesh Kumar Jangid) फिलहाल बेख़ौफ़ दिख रहे हैं। अविचलित। उन्होंने मधुमक्खी के छत्ते में पत्थर मारने जैसा...

अब तुम्हारा क्या होगा अटकलबाजों  

निहितार्थ: हाय रे! अब तुम्हारा क्या होगा अटकलबाजों? शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) तो दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मिल...

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