भोपाल में गरबा पंडालों को लेकर कलेक्टर के आदेश के बाद सियासी जंग छिड़ गई है। बीजेपी और कांग्रेस इस मुद्दे पर आमने-सामने हैं। बीजेपी ने गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं की एंट्री पर रोक लगाने की मांग की है, जबकि कांग्रेस ने इसका विरोध किया है।
कांग्रेस- बीजेपी नेताओं के बयान
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं का प्रवेश नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गरबा सनातन संस्कृति की पहचान है और इसमें गैर-हिंदुओं का प्रवेश वर्जित किया जाना चाहिए। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि बीजेपी हर त्योहार से पहले जानबूझकर विवाद खड़ा करती है। उन्होंने कहा कि गरबा आयोजन समिति अगर किसी को आमंत्रित करती है तो इसमें किसी और को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की है कि वे गरबा पंडालों में जाने से परहेज करें ताकि किसी तरह का विवाद न हो।
गाइडलाइन जारी
भोपाल कलेक्टर ने सोमवार को गरबा पंडालों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सभी गरबा पंडालों में सीसीटीवी कैमरों की अनिवार्य स्थापना और प्रवेश के लिए पहचान पत्र की जांच अनिवार्य कर दी गई है।
गाइडलाइन के मुख्य बिंदु
-गरबा, डांडिया एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कराने वाली आयोजन समिति किसी भी व्यक्ति को उनके बगैर पहचान पत्र और सत्यापन किए बिना आयोजन स्थल पर प्रवेश नहीं देगी।
-आयोजन समिति कार्यक्रम स्थल पर सीसीटीवी कैमरा जरूर लगाएगी।
-गरबा स्थल पर स्थापित पंडालों में अग्नि से बचाव के लिए अग्निशमन यंत्रो की पर्याप्त व्यवस्था हो।
-प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था रखना भी अनिवार्य होगा।
-किसी भी व्यक्ति द्वारा कार्यकम स्थल पर आयोजन के दौरान किसी भी संदिग्ध/आपत्तिजनक वस्तु/धारदार हथियार नहीं ले जा सकेगा और न ही उसका प्रयोग/प्रदर्शन कर सकेगा।
– बिजली लाइन से संबंधित सभी सुरक्षा उपाय भी जरूरी होंगे।



