मुंबई। हाल ही में भारत और आॅस्ट्रेलिया के बीच खेली गई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2025 में भारतीय टीम का प्रदर्शन शर्मनाक रहा था। इससे आहत बीसीसीआई ने अब चौंकाने वाला फैसला लिया है। बीसीसीआई ने 4 कर्मचारियों को भारतीय टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जिनमें असिस्टेंट कोच, फील्डिंग कोच, स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच और एक मसाजर शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोचिंग स्टाफ और भी कई सदस्यों को हटाकर बीसीसीआई ने सख्त चेतावनी दी है कि टेस्ट में भारतीय टीम के प्रदर्शन को अनदेखा नहीं किया जा सकता।
सबसे बड़ी बात यह है कि इनमें हेड कोच गौतम गंभीर के खास असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर की भी छुट्टी हो गई है। अभिषेक नायर कोलकाता नाइट राइडर्स के दिनों से गौतम गंभीर के साथ जुड़े हुए थे। बता दें कि गंभीर भारतीय टीम के मुख्य कोच बनने से पहले केकेआर के मेंटर रहे थे और तब उसी टीम में अभिषेक नायर, रेयान टेन डेशकाटे सहयोगी स्टाफ रहे थे। बीसीसीआई ने अभिषेक नायर के अलावा फील्डिंग कोच टी। दिलीप और स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच सोहम देसाई को भी बर्खास्त कर दिया है। वहीं टीम में खिलाड़ियों का मसाज करने वाले एक स्टाफ की भी छुट्टी कर दी गई है।
सहायक कोच रेयान टेन डेशकाटे को दोहरी जिम्मेदारी
फिलहाल सहायक कोच रेयान टेन डेशकाटे टी दिलीप की जगह अस्थाई रूप से फील्डिंग कोच की भी जिम्मेदारी संभालेंगे। नायर और दिलीप के लिए अभी तक किसी रिप्लेसमेंट की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के ट्रेनर एड्रियन ले रॉक्स, जो इस समय आईपीएल में पंजाब किंग्स के साथ हैं, सोहम देसाई की जगह स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच की जिम्मेदारियों को संभालेंगे।
20 जून से पहले मिलेगा टीम इंडिया का नया स्टाफ
भारतीय टीम को नए सहयोगी स्टाफ इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से शुरू होने वाली पांच मैचों की सीरीज से पहले मिल सकते हैं। भारत की अगली चुनौती इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में होगी, जहां यह देखना होगा बीसीसीआई अभिषेक नायर और टी दिलीप की जगह किसको लेकर आता है।
बीसीसीआई पर था टेस्ट में प्रदर्शन सुधारने का दबाव
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में झटके के बाद बीसीसीआई पर टेस्ट में टीम के प्रदर्शन को सुधारने पर काफी दबाव था। बीजीटी में भारत को 3-1 से हार का सामना करना पड़ा था। सिर्फ आॅस्ट्रेलिया नहीं, भारत को अपने घर में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट में 3-0 से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था। इन दोनों सीरीज में रोहित शर्मा और विराट कोहली के प्रदर्शन की भी खूब आलोचना हुई थी।
रोहित और कोहली की भी हुई थी आलोचना
रोहित आॅस्ट्रेलियाई दौरे पर तीन मैचों और पांच पारियों में 6।20 की औसत से 31 रन बना पाए थे। वहीं, कोहली पांच मैचों और नौ पारियों में 23।75 की औसत से 190 रन बना सके थे। वहीं, न्यूजीलैंड के भारत दौरे पर भी दोनों का बल्ला नहीं चला था। इस सीरीज में कोहली तीन मैचों की छह पारियों में 15।50 की औसत से 93 रन और रोहित छह पारियों में 15।17 की औसत से 91 रन बना पाए थे। ऐसे में बीसीसीआई स्पष्ट रूप से एक और हाई-प्रोफाइल रेड-बॉल सीरीज से पहले टीम की संरचना और मनोबल को रीसेट और मजबूत करना चाहता है।