नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज पूर्वोत्तर के राज्य सिक्किम की राजधानी गंगटोक जाना था। लेकिन खराब मौसम की वजह से उनका दौरा रद्द हो गया है। पीएम को सिक्किम के भारत में विलय के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होना था। हालांकि पीएम कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए और सिक्किम की जनता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर आपरेशन सिंदूर का जिक्र कर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को समझ में आ गया है कि वह भारत से मुकाबला नहीं कर सकता। ‘आॅपरेशन सिंदूर’ में उसने देख लिया है कि भारत क्या कर सकता है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘आतंकियों ने हमारे अनेक परिवारों की खुशियों को छीन लिया। उन्होंने हम भारतीयों को बांटने की भी साजिश रची। आज पूरी दुनिया देख रही है कि भारत आज पहले से कहीं ज्यादा एकजुट है। हमने एकजुट होकर आतंकियों और उनके सरपरस्तों को साफ संदेश दिया। हमने आतंकियों को ‘आॅपरेशन सिंदूर’ से करारा जवाब दिया।’ उन्होंने का कि आतंकी अड्डे तबाह होने से बौखलाकर पाकिस्तान ने हमारे नागरिकों और सैनिकों पर हमले की कोशिश की, लेकिन उसमें भी पाकिस्तान की पोल ही खुल गई। हमने उनके कई एयरबेस तबाह करके दिखा दिया कि भारत कब क्या कर सकता है। कितनी तेजी से कर सकता है, कितना सटीक कर सकता है।
मानवता की आत्मा पर पहलगाम आतंकी हमला
वहीं पीएम ने सिक्किम के 50 साल पूरे होने पर वहां की पर्यटन विविधता की तारीफ करते हुए कहा कि सिक्किम के आप सभी लोग पर्यटन की ताकत को भलीभांति जानते हैं, समझते हैं। पर्यटन सिर्फ मनोरंजन नहीं है, ये विविधता का जश्न है, लेकिन आतंकियों में जो कुछ पहलगाम में किया। वो सिर्फ भारतीयों पर हमला नहीं था। वो मानवता की आत्मा पर हमला था, भाईचारे की भावना पर हमला था।’
आॅपरेशन सिंदूर के बारे में जानिए
भारत ने 7 मई को आॅपरेशन सिंदूर के तहत आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हमले किए। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पाहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में की गई थी। इसके बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की, जिनका भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया। इस जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचा, जिनमें एयर बेस, रडार साइट्स, और कमांड सेंटर शामिल हैं। इससे घबराए पाकिस्तान ने 10 मई को भारत के सामने सीजफायर का प्रस्ताव रखा, जिसे दोनों देशों ने आपसी चर्चा के बाद लागू कर लिया।