इंदौर। कांग्रेस की राज्यसभा सांसद और पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक लेख के जरिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसे केंद्रित, व्यवसायिक और सांप्रदायिक बताते हुए आलोचना की है। सोनिया के इस आरोप पर मप्र के सीएम मोहन यादव ने पलटवार किया है। सोनिया गांधी का ज्ञान सीमित है। इसका परिणाम यह रहा कि कांग्रेस ने शिक्षा का मजाक बनाकर रखा था। इसकी पोल नई शिक्षा नीति ने खोल दी है। कांग्रेस के समय दो शिक्षा नीति आई। कांग्रेस ने शिक्षा का मजाक बनाकर रखा था जिसकी पोल खुल गई है।
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ लार्ड मैकाले के समय से चली आ रही नीति का रैपर बदला। इसमें आक्रांताओं को महान बताया गया था। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के साथ अन्याय होता रहा। कांग्रेस के समय की नीति ने सिर्फ बेरोजगारों की फौज बढ़ाई। अब नई शिक्षा नीति में हम अपने आराध्यों को भी याद कर सकते हैं। उनकी नीति ने केवल बेरोजगारों की फौज बढ़ाने का काम किया था।
कांग्रेस के लिए यह ठीक नहीं
सीएम कहा कि पांच साल पहले मध्य प्रदेश ने शिक्षा नीति को लागू किया था। तब वे शिक्षा मंत्री थे। शिक्षा नीति को दो लाख लोगों से बात कर बनाया गया है और काफी अध्ययन के बाद उसे तैयार किया गया है। सोनिया ने शिक्षा नीति पर सवाल उठाकर उन विद्वानों का मजाक उड़ाया है। किसी समझदार से लेख लिखवाती तो ठीक रहता, नादान से लेख लिखवाकर ज्ञान बताने का काम किया वह उनके लिए और कांग्रेस पार्टी के लिए ठीक नहीं है। हम उस लेख की निंदा करते हैं।
कांग्रेस केवल मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए बोलती है झूट
वक्फ एक्ट को लेकर सीएम यादव ने कहा कि इस कानून को न्याय के दायरे से अलग रखा गया था। नए वक्फ विधेयक में सरकार ने न्यायिक तंत्र को और मजबूत करने का काम किया है। कांग्रेस केवल मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए झूठ बोलती है। कांग्रेस देश का भी बुरा कर रही है और मुस्लिम भाइयों का भी बुरा कर रही है।